नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर 2022 में अरुणाचल प्रदेश के यांग्सी क्षेत्र में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई झड़प के बाद भारतीय सेना पर उनकी कथित टिप्पणी को लेकर निशाना साधा। अरुणाचल पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद और केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी को गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां बंद करनी चाहिए।
राहुल गांधी ने कथित तौर पर दावा किया था कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है, जिसे रिजिजू ने अतार्किक बताते हुए खारिज कर दिया। केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय सेना, रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री ने लगातार कहा है कि सीमा पर विवाद है, लेकिन भारतीय क्षेत्र में चीन की कोई घुसपैठ नहीं हुई है।
रिजिजू ने मीडियाकर्मियों से कहा, “राहुल गांधी बार-बार सार्वजनिक रूप से दावा करते रहे हैं कि चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है। हमारी सेना, रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि सीमा पर विवाद है, लेकिन किसी ने भी हमारे देश में घुसकर हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है। 2,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा करने का दावा करना अतार्किक है।
वह विपक्ष के नेता हैं, उन्हें हर बात जिम्मेदारी से कहनी चाहिए। राहुल को गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी बंद करनी चाहिए।”
यह बयान सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ द्वारा गांधी की टिप्पणी पर असहमति जताने के बाद आया है। पीठ ने कहा, “उन्हें कैसे पता कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है?” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि एक सच्चा भारतीय ऐसा नहीं कहेगा।
न्यायमूर्ति दत्ता ने कहा, “आपको कैसे पता कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है? विश्वसनीय जानकारी क्या है? अगर आप सच्चे भारतीय होते, तो ऐसा नहीं कहते। जब सीमा पर संघर्ष चल रहा हो, तो क्या आप ये सब कह सकते हैं?” पीठ ने गांधी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी से भी पूछा कि गांधी ने ये बातें संसद में क्यों नहीं कहीं और सोशल मीडिया पर क्यों कही? न्यायमूर्ति दत्ता ने पूछा, “आपको जो भी कहना है, वह संसद में क्यों नहीं कहते? आपको सोशल मीडिया पोस्ट में ये सब क्यों कहना है?”