नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो की उड़ान सेवाएं शनिवार को पांचवें दिन भी प्रभावित रहीं। जिसके कारण बड़े एयरपोर्ट पर यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस बीच बढ़े किराये को लेकर भी नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्त कदम उठाते हुए फेयर कैप लागू कर दिए हैं, जिसका मतलब है कि निर्धारित से अधिक किराया नहीं वसूला जा सकता।
करीब 400 से ज्यादा विमानों वाली इंडिगो रोजाना सामान्य दिनों में करीब 2,300 उड़ानें चलाती है, लेकिन चालक दल की भारी कमी और शेड्यूल प्लानिंग में हुई गलतियों के चलते कंपनी बुरी तरह फंस गई है।
विमानन नियामक और नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है, लेकिन फिलहाल हालात में जल्द सुधार की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। इंडिगो के इस संकट की वजह से पिछले पांच दिनों में हजारों यात्री प्रभावित हुए हैं। इसी बीच कुछ दूसरी एयरलाइंस ने मौके का फायदा उठाते हुए हवाई किराए आसमान छूते कर दिए थे। इसे देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्त कदम उठाया है और सभी प्रभावित रूटों पर तत्काल प्रभाव से किराया सीमा (फेयर कैप) लगा दी है।
जानिए कितना होगा अधिकतम किराया
• 500 किमी तक: 7500 रुपये
• 500-1000 किमी तक : 12000 रुपये
• 1000-1500 किमी तक: 15000 रुपये
• 1500 किमी से अधिक: 18000 रुपये
मंत्रालय ने साफ निर्देश दिए हैं कि कोई भी एयरलाइन तय की गई अधिकतम सीमा से एक रुपया भी ज्यादा नहीं वसूल सकती। यह सीमा तब तक लागू रहेगी जब तक परिचालन पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाता। मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि यात्रियों से अवसरवादी या मनमाने ढंग से किराया वसूलने की कोई भी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
शुक्रवार रात इंडिगो ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक माफी पोस्ट की, जिसमें लिखा था, “हम दिल से माफी मांगते हैं। हमें पूरी तरह अहसास है कि पिछले कुछ दिन हमारे कई यात्रियों के लिए बेहद मुश्किल रहे हैं।” कंपनी ने स्वीकार किया कि यह समस्या एक-दो दिन में ठीक नहीं होने वाली, लेकिन हर संभव कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द सेवाएं सामान्य हों। साथ ही यह भी बताया गया कि जिन उड़ानों को रद्द किया गया है, उनके पूरे पैसे यात्रियों के मूल भुगतान माध्यम से अपने आप वापस कर दिए जा रहे हैं।
रिफंड के लिए Indigo को हिदायत
इस बीच शनिवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को सख्त हिदायत दी कि वह सभी बकाया यात्रियों के रिफंड फौरन जारी करे, क्योंकि कंपनी का ऑपरेशनल संकट लगातार पांचवें दिन भी बना हुआ है।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रद्द और प्रभावित हुई सभी उड़ानों का पूरा रिफंड कल रविवार (7 दिसंबर) रात 8 बजे तक हर हाल में पूरा कर लिया जाए।
बयान में साफ तौर पर निर्देश दिया गया है कि जिन यात्रियों की फ्लाइट कैंसिल हुई है, उनसे री-शेड्यूलिंग या किसी भी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं वसूला जाए। अगर रिफंड प्रक्रिया में कोई देरी हुई या नियमों का पालन नहीं किया गया तो तुरंत सख्त रेगुलेटरी कार्रवाई होगी।
मंत्रालय ने इंडिगो को अलग से डेडिकेटेड पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल बनाने का आदेश दिया है। ये सेल प्रभावित यात्रियों से खुद पहल करके संपर्क करेंगे और बिना बार-बार चक्कर लगवाए रिफंड या वैकल्पिक फ्लाइट की व्यवस्था करेंगे। यह ऑटोमैटिक रिफंड सिस्टम तब तक चालू रहेगा, जब तक परिचालन पूरी तरह सामान्य नहीं हो जाता। साथ ही, उड़ान रद्द होने की वजह से यात्रियों से अलग हुए सभी सामान की पहचान करके 48 घंटे के अंदर उनके घर या चुने हुए पते पर पहुंचाना अनिवार्य होगा।
मंत्रालय ने कहा है कि वह एयरलाइंस, एयरपोर्ट्स, सिक्योरिटी एजेंसियों और सभी संबंधित पक्षों के साथ लगातार समन्वय बनाए हुए है ताकि इस मुश्किल दौर में यात्रियों के हक की पूरी सुरक्षा हो सके।
खास तौर पर बुजुर्गों, दिव्यांगजनों, छात्रों, मरीजों और जरूरी यात्रा करने वालों के लिए विशेष सुविधाओं की गारंटी के लिए निगरानी व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है। मंत्रालय स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और जल्द से जल्द पूरी तरह से सामान्य परिचालन बहाल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

