बस्तर। भारत की माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्वी रिजनल ब्यूरो ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र और तेलंगाना क्षेत्रों में हो रहे सशस्त्र एवं निहत्ते आत्मसमर्पणों की कड़ी निंदा की है।
प्रेस नोट में कहा गया है कि तेलंगाना राज्य कमेटी द्वारा पार्टी के अंदर चर्चा किए बिना एकतरफा युद्धविराम की घोषणा ‘अप्रत्याशित आत्मसमर्पण’ के समान है। ब्यूरो ने इसे पार्टी अनुशासन का उल्लंघन बताया और कहा कि इस प्रकार के निर्णय जनयुद्ध की दिशा को कमजोर करते हैं।
पूर्वी रिजनल ब्यूरो ने अपने कार्यकर्ताओं से दीर्घकालीन जनयुद्ध को जारी रखने का आह्वान किया है। बयान में शांति वार्ता के प्रयासों को असफल बताते हुए कहा गया है कि “पार्टी सिद्धांतों और जनसंघर्ष से विमुख होकर भयवश किए जा रहे आत्मसमर्पण कि आलोचना कि है।
प्रेस नोट में आत्मसमर्पण करने वाले सभी नेताओं को ‘पलायनवादी’ कहा गया है। प्रेस बयान पूर्वी रिजनल ब्यूरो के प्रवक्ता ‘संकेत’ के नाम से जारी किया गया है।
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