रायपुर.छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में रविवार को कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस (Collectors Conference) में मुख्यमंत्री ने पीएम सूर्य घर योजना में अच्छा काम करने के लिए कोरबा के कलेक्टर अजीत वसंत की सराहना की लेकिन फिर ऐसा क्या हुआ कि पूरे राज्य में हल्ला मच गया ? जानिए इस खबर में।
दरअसल कोरबा इस समय सत्तारूढ़ भाजपा के लिए सरदर्द बना हुआ है और ऐसा किसी और की वजह से नहीं बल्कि खुद भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर की वजह से है।


दरअसल ननकी राम कंवर उस इलाके से हैं और पिछले कुछ दिनों से अनेक आरोप लगाते हुए सार्वजनिक तौर पर कलेक्टर हटाओ मुहिम में जुटे हैं।उन्होंने 4 अक्टूबर को इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री निवास के बाहर प्रदर्शन करने की भी घोषणा की थी लेकिन जब वे प्रदर्शन के लिए राजधानी रायपुर पहुंचे तो उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया।
वे शाम तक एक भवन में बंद रहे और शाम को जब उनकी मुलाकात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव से हुई तो स्वयं श्री कंवर के मुताबिक उन्हें आश्वासन मिला कि कलेक्टर अजीत वसंत को हटा दिया जाएगा इसके बाद ननकी राम कंवर कोरबा लौट गए।उनके करीबी बताते हैं कि उन्हें ऐसे संकेत मिले थे कि रविवार 12 अक्टूबर को होने वाली कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस के बाद कलेक्टर हटा दिए जायेंगे।
इसी कॉन्फ्रेंस में आज जब मुख्यमंत्री जिलावार योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा कर रहे थे तब प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कोरबा में पीएम सूर्य घर योजना के क्रियान्वयन को लेकर कलेक्टर की तारीफ की और इस कॉन्फ्रेंस की सरकार की ओर से मीडिया को लगातार भेजी जा रही सूचनाओं में इस तारीफ की भी खबर भेजी गई।
जैसे ही यह खबर बाहर आई भाजपा में ही हल्ला मच गया। समाचार दफ्तरों में लोग पुष्टि के लिए सम्पर्क करने लगे।
जिस तेजी से कोरबा की सराहना की खबर संबंधित ग्रुप्स में शेयर की गई बताते हैं कि उसी तेजी से उस खबर को डिलीट भी कर दिया गया ! यानि सरकार इस सराहना के सार्वजनिक होने से बचना चाहती थी।
पहले सराहना फिर उसे डिलीट कर देना अब सत्ता से लेकर राजनीति के गलियारे तक चर्चा का विषय है। इस मामले में जनसम्पर्क के अधिकारी बाल मुकुंद तंबोली, जिन्होंने इस पोस्ट को डीलीट किया, उन्होंने द लेंस से कहा कि कुछ वर्तनी त्रुटि थी जिसे हटाया गया है।