नई दिल्ली। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बिहार की राजनीति में नेताओं की शिक्षा दीक्षा को लेकर कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। उनका साफ कहना है कि कुछ विपक्षी नेताओं की शैक्षणिक योग्यताएँ विश्वसनीय नहीं हैं। ये खुलासे चुनावी माहौल में सियासी हथियार बनते जा रहे हैं।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पटना में एनडीए नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने एनडीए के पांच नेताओं को भ्रष्ट बताया है जिसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, अशोक चौधरी, मंगल पांडेय, दिलीप जायसवाल और संजय जायसवाल का नाम है।
जदयू नेता अशोक चौधरी को प्रशांत ने सर्वदलीय नेता बताया और उन पर फर्जी तरीके से प्रोफेसर बनने का आरोप लगाया। किशोर ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को भी भ्रष्ट बताया।
सम्राट चौधरी की शिक्षा पर सवाल
किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से पूछा है कि किस तरह उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से डीलिट की उपाधि हासिल की है, जबकि कथित तौर पर उन्होंने कक्षा 10 पास नहीं किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि सम्राट चौधरी ने 1998 में हत्या के एक मामले में अभियुक्त होने का आरोप झेला, और पहले उनका नाम सम्राट कुमार मौर्य था। प्रशांत का कहना था कि सम्राट को जुवेनाइल समझ कर रिहा किया गया था।
प्रशांत किशोर का कहना है कि सम्राट चौधरी नाम बदलने के मास्टर हैं। प्रशांत कहते हैं राकेश कुमार उर्फ सम्राट चौधरी उर्फ सम्राट कुमार मौर्य। मैट्रिक में फेल हैं। सुप्रीम कोर्ट में बिहार बोर्ड का हलफनामा है। 2010 के हलफनामे में सम्राट स्वयं को सातवीं पास बता रहे।
अब कामराज यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट, जो यूनिवर्सिटी है ही नहीं। मैट्रिक नहीं किया और यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया से डीलिट की उपाधि ले ली।
बेनामी संपत्ति के मालिक अशोक चौधरी
दो-तीन वर्ष में 200 करोड़ से अधिक के भूखंड खरीदे। बेनामी और मानव विकास न्यास के जरिए। न्यास पर कोई प्रश्न-चिह्न नहीं, लेकिन उसे इस पर प्रतिक्रिया देनी चाहिए। सभी भूखंड अशोक चौधरी की बेटी की सगाई के बाद से लेकर विवाह होने तक खरीदे गए।
घोटालेबाज मंगल पांडेय
प्रशांत कहते हैं कि पाण्डेय के दिल्ली में पत्नी के नाम फ्लैट खरीदने के लिए दिलीप जायसवाल से 25 लाख कर्ज लिए, जबकि उस समय उनकी पत्नी के बैंक खाते में 2.13 करोड़ रुपये थे। राशि कहां से आई, इसका भी ब्योरा है। अधिक बोलेंगे तो पोल खुल जाएगा।
हत्या के आरोपी दिलीप जायसवाल
प्रशांत कहते हैं कि जायसवाल जी राजेश साह की हत्या के आरोपित हैं। तत्कालीन एसपी और जांच प्रभारी से मिलीभगत कर केस को रफा-दफा कराया। मामले की सही जांच के लिए राजेश की मां और बहन की ओर से उच्च न्यायालय में याचिका दायर करा दी गई है।
पेट्रोल चोर संजय जायसवाल
प्रशांत किशोर का कहना है कि यह छोटका चोर है। पेट्रोल चुराता है, फर्जी बिल बनाकर। बेतिया की महापौर ने, सशक्त स्थायी समिति की पांच बैठकों में लिए गए निर्णय के बाद, नगर आयुक्त को पत्र लिख इनके पेट्रोल पंप से निगम की गाड़ियों के तेल नहीं लेने का निर्देश दिया। 5.87 करोड़ का घपला हुआ है। 15 अगस्त के बाद के पेट्रोल वाउचर के भुगतान पर नगर निगम ने रोक लगा दी है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
भाजपा नेताओं ने इन आरोपों को ‘राजनीतिक खेल’ और ‘ध्रुवीकरण की कोशिश’ बताया है। सम्राट चौधरी की ओर से अभी तक स्पष्ट प्रमाण प्रस्तुत करने की बात सामने नहीं आई है कि मैट्रिक पास किया है या नहीं, या D-Litt की उपाधि की शैक्षणिक योग्यता और स्रोत कहां से है।
प्रशांत किशोर ने इस तरह की टिप्पणियों को जनता के बीच चर्चा का विषय बना दिया है, चुनावी प्रचार एवं जनसरोकार वाले मुद्दों से ध्यान हटाने का भी उनपर आरोप लगा है।