[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
68 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी मामले में अनिल अंबानी के सहयोगी पर शिकंजा
टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि पर टिप्पणी को लेकर पत्रकार अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी पर मुकदमा
बिहार चुनाव में नामांकन शुरू लेकिन महागठबंधन और NDA में सीट बंटवारे पर घमासान जारी
क्या है ननकी राम कंवर का नया सनसनी खेज आरोप?
EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस
रायपुर रेलवे स्टेशन पर लाइसेंसी कुलियों का धरना खत्म, DRM ने मानी मांगे, बैटरी कार में नहीं ढोया जाएगा लगेज
तालिबान के दबाव में विदेश मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में महिला पत्रकारों की एंट्री बैन
छत्तीसगढ़ संवाद के दफ्तर में झूमाझटकी, मामला पुलिस तक
काबुल में पाकिस्‍तान की एयर स्‍ट्राइक से क्‍यों चौकन्‍ना हुआ चीन, जारी की सुरक्षा चेतावनी
नक्सलियों के आईईडी ने फिर ली मासूम की जान
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

130वें संविधान संशोधन विधेयक पर बिफरी ममता बनर्जी, बताया- सुपर आपातकाल, मृत्यु वारंट

अरुण पांडेय
Last updated: August 20, 2025 7:59 pm
अरुण पांडेय
Share
Mamata Banerjee
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

लेंस डेस्‍क। लोकसभा में पेश किए गए 130वें संविधान संशोधन विधेयक 2025 की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी निंदा की है। इस विधेयक में प्रावधान है कि यदि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या कोई मंत्री लगातार 30 दिन तक जेल में रहता है, तो उसे 31वें दिन अपने पद से इस्तीफा देना होगा या उसे हटा दिया जाएगा। ममता बनर्जी ने इस विधेयक को लोकतंत्र और संघवाद के लिए “मौत की घंटी”, “मृत्यु वारंट” करार देते हुए इसे “सुपर आपातकाल” से भी बदतर कदम बताया है।

ममता बनर्जी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह विधेयक भारत के लोकतांत्रिक युग को हमेशा के लिए खत्म करने की दिशा में एक कदम है। उन्होंने इसे न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए कहा कि यह विधेयक न्यायिक प्रणाली की संवैधानिक भूमिका को छीनने और न्याय व संघीय संतुलन के मामलों में अदालतों की शक्ति को खत्म करने का प्रयास है। ममता ने इसे “हिटलर जैसा हमला” करार देते हुए कहा कि यह विधेयक लोकतंत्र को पक्षपातपूर्ण हाथों में सौंपने की कोशिश है।

I condemn the 130th Constitutional Amendment Bill, proposed to be tabled, by the Government of India today. I condemn it as a step towards something that is more than a super- Emergency, a step to end the democratic era of India for ever. This draconian step comes as a death… pic.twitter.com/Vx78R1fh6V

— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 20, 2025

उन्होंने चेतावनी दी कि यह विधेयक न केवल सुधारों के नाम पर पीछे की ओर कदम है, बल्कि यह एक ऐसी व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है जहां कानून स्वतंत्र अदालतों के हाथ में नहीं, बल्कि स्वार्थी हितों के अधीन होगा। ममता ने इसे न्यायिक जांच को चुप कराने, संवैधानिक सुरक्षा को ध्वस्त करने और लोगों के अधिकारों को कुचलने की कोशिश बताया। उन्होंने इसे इतिहास के उन अधिनायकवादी और फासीवादी शासनों से जोड़ा, जिन्हें 20वीं सदी के अंधेरे अध्यायों में दुनिया ने निंदा की थी।

ममता बनर्जी ने विशेष गहन संशोधन (SIR) के नाम पर मतदाताओं के अधिकारों को दबाने के प्रयास की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह विधेयक केंद्र सरकार को अनुचित शक्तियां देता है, जिससे वह निर्वाचित राज्य सरकारों के कामकाज में हस्तक्षेप कर सकती है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) जैसी एजेंसियों को “पिंजरे का तोता” बताते हुए कहा कि यह विधेयक प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को असंवैधानिक तरीके से शक्तियां प्रदान करता है।

ममता ने इस विधेयक को संविधान की मूल संरचना संघवाद, शक्तियों का पृथक्करण और न्यायिक समीक्षा पर हमला बताया, जिसे संसद भी नहीं बदल सकती। उन्होंने इसे संवैधानिक शासन के लिए “मृत्यु वारंट” करार दिया और कहा कि इसे हर कीमत पर रोका जाना चाहिए।

उन्होंने लोगों से इस खतरनाक कदम का विरोध करने की अपील की और कहा कि संविधान सत्ता में बैठे लोगों की संपत्ति नहीं, बल्कि भारत के लोगों की धरोहर है। ममता ने जोर देकर कहा कि यह विधेयक एक व्यक्ति, एक पार्टी और एक सरकार की व्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।

उन्होंने देशवासियों से इस विधेयक के खिलाफ एकजुट होने और लोकतंत्र को बचाने की अपील की। उन्होंने कहा, “लोग अपनी अदालतों, अपने अधिकारों और अपने लोकतंत्र को छीनने की किसी भी कोशिश को माफ नहीं करेंगे।

TAGGED:130th Constitutional Amendment Billdeath warrantLatest_NewsMamata Banerjeesuper emergency
Previous Article Three bills introduced पीएम, सीएम और मिनिस्टर्स की गिरफ्तारी के बिल पर संसद में घमासान, समर्थन में थरूर, विपक्ष का विरोध
Next Article CG Cabinet साय कैबिनेट में 14 मंत्रियों की नियुक्ति को भूपेश ने बताया अवैध, वहीं बैज ने कहा – तीनों मंत्री मुख्यमंत्री की पसंद नहीं
Lens poster

Popular Posts

ब्रह्मपुत्र पर चीन के बन रहे एक और डैम से भारत और बांग्लादेश में क्यों बढ़ी चिंता ?

लेंस इंटरनेशनल डेस्क। चीन ने तिब्बत (tibet dam) में ब्रह्मपुत्र नदी (चीन में यारलुंग सांगपो…

By पूनम ऋतु सेन

अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जरांगे की हुंकार-मराठा आरक्षण मिलने तक नहीं छोड़ेंगे मुंबई!

मुंबई। maraatha aarakshan aandolan : महाराष्‍ट्र में मराठा आरक्षण की मांग फिर से जोर पकड़…

By अरुण पांडेय

मानसून सत्रः सवालों से बचती सरकार

हाल ही में संपन्न संसद के मानसून सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के टकराव…

By Editorial Board

You Might Also Like

naxal encounter:
छत्तीसगढ़

मुठभेड़ में ढेर सबसे बड़े नेता बसवराजु का शव गांव वाले लेकर जाएंगे, शव हेलीकॉप्टर से नारायणपुर लाया गया

By Lens News
अन्‍य राज्‍य

बिहार विधानसभा चुनाव में 17 नए नियम, मोबाइल ले जाने की मंजूरी

By आवेश तिवारी
Gajanan Madhav Muktibodh
साहित्य-कला-संस्कृति

आत्म-संघर्ष के कवि: गजानन माधव मुक्तिबोध

By Editorial Board
Navi Mumbai International Airport
देश

उड़ान के लिए तैयार नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के बारे में जानिए सब कुछ

By अरुण पांडेय

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?