[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
दुर्ग नन केस वाली तीन युवतियों ने ज्योति शर्मा समेत पुलिस अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप, महिला आयोग में सुनवाई टली
साय कैबिनेट में 14 मंत्रियों की नियुक्ति को भूपेश ने बताया अवैध, वहीं बैज ने कहा – तीनों मंत्री मुख्यमंत्री की पसंद नहीं
130वें संविधान संशोधन विधेयक पर बिफरी ममता बनर्जी, बताया- सुपर आपातकाल, मृत्यु वारंट
पीएम, सीएम और मिनिस्टर्स की गिरफ्तारी के बिल पर संसद में घमासान, समर्थन में थरूर, विपक्ष का विरोध
तीन नए मंत्रियों के साथ छत्तीसगढ़ की टीम साय में 14 खिलाड़ी, विभाग भी बंट गए
राजीव गांधी की जयंती पर पीएम मोदी ने किया स्मरण
अगर 30 दिन तक जेल में रहे मुख्यमंत्री, मंत्री और पीएम तो होंगे बर्खास्त, आज संसद में पेश होगा बिल
दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता को युवक ने मारे थप्पड़, गिरफ्तार
CG Cabinet : गजेंद्र यादव, खुशवंत गुरु और राजेश अग्रवाल बने मंत्री, छत्तीसगढ़ में पहली बार 14 मंत्रियों की कैबिनेट
तरबतर मुंबई: चार दिन में 800 मिमी से ज्यादा बारिश, इस चेतावनी को कैसे देख रहे मौसम विज्ञानी?
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

130वें संविधान संशोधन विधेयक पर बिफरी ममता बनर्जी, बताया- सुपर आपातकाल, मृत्यु वारंट

अरुण पांडेय
Last updated: August 20, 2025 4:01 pm
अरुण पांडेय
Share
Mamata Banerjee
SHARE

लेंस डेस्‍क। लोकसभा में पेश किए गए 130वें संविधान संशोधन विधेयक 2025 की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी निंदा की है। इस विधेयक में प्रावधान है कि यदि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या कोई मंत्री लगातार 30 दिन तक जेल में रहता है, तो उसे 31वें दिन अपने पद से इस्तीफा देना होगा या उसे हटा दिया जाएगा। ममता बनर्जी ने इस विधेयक को लोकतंत्र और संघवाद के लिए “मौत की घंटी”, “मृत्यु वारंट” करार देते हुए इसे “सुपर आपातकाल” से भी बदतर कदम बताया है।

ममता बनर्जी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यह विधेयक भारत के लोकतांत्रिक युग को हमेशा के लिए खत्म करने की दिशा में एक कदम है। उन्होंने इसे न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए कहा कि यह विधेयक न्यायिक प्रणाली की संवैधानिक भूमिका को छीनने और न्याय व संघीय संतुलन के मामलों में अदालतों की शक्ति को खत्म करने का प्रयास है। ममता ने इसे “हिटलर जैसा हमला” करार देते हुए कहा कि यह विधेयक लोकतंत्र को पक्षपातपूर्ण हाथों में सौंपने की कोशिश है।

I condemn the 130th Constitutional Amendment Bill, proposed to be tabled, by the Government of India today. I condemn it as a step towards something that is more than a super- Emergency, a step to end the democratic era of India for ever. This draconian step comes as a death… pic.twitter.com/Vx78R1fh6V

— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 20, 2025

उन्होंने चेतावनी दी कि यह विधेयक न केवल सुधारों के नाम पर पीछे की ओर कदम है, बल्कि यह एक ऐसी व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है जहां कानून स्वतंत्र अदालतों के हाथ में नहीं, बल्कि स्वार्थी हितों के अधीन होगा। ममता ने इसे न्यायिक जांच को चुप कराने, संवैधानिक सुरक्षा को ध्वस्त करने और लोगों के अधिकारों को कुचलने की कोशिश बताया। उन्होंने इसे इतिहास के उन अधिनायकवादी और फासीवादी शासनों से जोड़ा, जिन्हें 20वीं सदी के अंधेरे अध्यायों में दुनिया ने निंदा की थी।

ममता बनर्जी ने विशेष गहन संशोधन (SIR) के नाम पर मतदाताओं के अधिकारों को दबाने के प्रयास की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह विधेयक केंद्र सरकार को अनुचित शक्तियां देता है, जिससे वह निर्वाचित राज्य सरकारों के कामकाज में हस्तक्षेप कर सकती है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) जैसी एजेंसियों को “पिंजरे का तोता” बताते हुए कहा कि यह विधेयक प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को असंवैधानिक तरीके से शक्तियां प्रदान करता है।

ममता ने इस विधेयक को संविधान की मूल संरचना संघवाद, शक्तियों का पृथक्करण और न्यायिक समीक्षा पर हमला बताया, जिसे संसद भी नहीं बदल सकती। उन्होंने इसे संवैधानिक शासन के लिए “मृत्यु वारंट” करार दिया और कहा कि इसे हर कीमत पर रोका जाना चाहिए।

उन्होंने लोगों से इस खतरनाक कदम का विरोध करने की अपील की और कहा कि संविधान सत्ता में बैठे लोगों की संपत्ति नहीं, बल्कि भारत के लोगों की धरोहर है। ममता ने जोर देकर कहा कि यह विधेयक एक व्यक्ति, एक पार्टी और एक सरकार की व्यवस्था को मजबूत करने का प्रयास है, जो लोकतंत्र के लिए खतरा है।

उन्होंने देशवासियों से इस विधेयक के खिलाफ एकजुट होने और लोकतंत्र को बचाने की अपील की। उन्होंने कहा, “लोग अपनी अदालतों, अपने अधिकारों और अपने लोकतंत्र को छीनने की किसी भी कोशिश को माफ नहीं करेंगे।

TAGGED:130th Constitutional Amendment Billdeath warrantMamata Banerjeesuper emergencyTop_News
Previous Article Three bills introduced पीएम, सीएम और मिनिस्टर्स की गिरफ्तारी के बिल पर संसद में घमासान, समर्थन में थरूर, विपक्ष का विरोध
Next Article CG Cabinet साय कैबिनेट में 14 मंत्रियों की नियुक्ति को भूपेश ने बताया अवैध, वहीं बैज ने कहा – तीनों मंत्री मुख्यमंत्री की पसंद नहीं

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल दूसरे देश के नागरिक –भूपेश बघेल

रायपुर। सीबीआई ने महादेव सट्टा एप मामले में देश भर में 60 ठिकानों पर छापा…

By नितिन मिश्रा

शाहबाज शरीफ का पैतरा

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा उठाए गए कड़े कदमों के…

By Editorial Board

रायपुर में सराफा कारोबारी की पत्नी का फंदे से लटका मिला शव, पांच दिन पहले बेटे की भी हुई थी मौत

रायपुर। राजधानी रायपुर में सराफा कारोबारी की पत्नी का शव फांसी के फंदे से लटका…

By Lens News

You Might Also Like

देश

डिलीवरी बॉय से ड्राइवर तक, अब हर गिग वर्कर को हेल्थ कवर

By पूनम ऋतु सेन
INDIA ON POK
देश

भारत का पाकिस्तान को कड़ा संदेश, POK पर कब्जा अस्वीकार्य, तीसरे देश का दखल नहीं सहेगा भारत

By पूनम ऋतु सेन
छत्तीसगढ़

छत्‍तीसगढ़ में लगेगा BEML का हैवी अर्थ मूविंग इक्विपमेंट मैन्‍युफैक्‍चरिंग प्‍लांट

By The Lens Desk
waqf amendment law
देश

वक्फ संशोधन कानून पर रार तेज, बीजेपी ने पूछा- क्‍या बिहार में शरिया कानून लागू करना चाहता है इंडिया गठबंधन

By Lens News Network
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?