गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक दुखद सड़क हादसे ने 11 लोगों की जिंदगी छीन ली। मरने वालों में नौ लोग एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। हासदा उस वक्त हुआ जब ये लोग एक स्थानीय मंदिर में जल चढ़ाने के लिए जा रहे थे। इतने में मोड़ के पास बोलेरो अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी।
मिली जानकारी के अनुसार, पृथ्वीनाथ मंदिर की ओर जा रही एक बोलेरो गाड़ी इटियाथोक थाना क्षेत्र के बेलवा बहुता रेहरा मोड़ के पास बेकाबू होकर सरयू नहर में जा गिरी। गाड़ी में सवार 15 लोगों में से 11 की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोगों को बचा लिया गया। मृतकों में पांच महिलाएं और छह पुरुष शामिल हैं, जो सभी थाना मोतीगंज के सिहागांव के निवासी थे।
हादसे के समय हल्की बारिश के कारण सड़क फिसलन भरी थी, जिससे ड्राइवर का नियंत्रण छूट गया। गाड़ी के नहर में गिरते ही पानी अंदर भरने लगा। स्थानीय लोगों और पुलिस ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन गाड़ी का दरवाजा न खुलने और तेजी से पानी भरने के कारण ज्यादातर सवारों को बचाया न जा सका। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी में फंसे लोग मदद की गुहार लगा रहे थे, लेकिन समय की कमी और परिस्थितियों ने उन्हें मौका नहीं दिया।
आंखों देखी दिल दहला देने वाली घटना
बोलेरो में सवार लोग सावन के पवित्र महीने में पृथ्वीनाथ मंदिर जल चढ़ाने जा रहे थे। गाड़ी में भक्ति भरे भजन गूंज रहे थे और सवारों के चेहरों पर मंदिर दर्शन की खुशी थी। लेकिन एक पल में यह खुशी मातम में बदल गई। हादसे में बची 13 साल की सोनाली ने कांपती आवाज में बताया, “हम मंदिर जा रहे थे, भजन बज रहे थे। अचानक गाड़ी डगमगाई और पानी में चली गई। सब डर गए, कुछ दिखाई नहीं दे रहा था।”
मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गोंडा में हुआ यह हादसा अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोकग्रस्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के तुरंत इलाज और सहायता के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।”