रायपुर। राजधानी में राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का फर्जी अफसर बनकर ठगी और ब्लैकमेलिंग का मामले में आरोपी की चैट सामने आई है। इस चैट में राज्य पुलिस सेवा अधिकारी और गिरफ्तार उगाही आरोपी हसन आबिदी की व्हाट्सएप चैट सामने आई है। चैट में आपसी साठगांठ की कहानी सामने आई है। चैट वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश में सियासी-प्रशासनिक हड़कंप मच गया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। Fake Officer
दरअसल, राजधानी में राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का फर्जी अफसर बनकर ठगी और ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है। इस कारनामे को अंजाम देने वाले पटवारी के पति को ब्लैकमेल कर करीब साढ़े 71 लाख रुपए वसूल डाले। इसके बाद एक जमीन भी रजिस्ट्री करा ली। इसके बाद भी उसने जब करीब ढाई करोड़ रुपयों की मांग की तो पटवारी के पति ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस में शिकायत होते ही हड़कंप मच गया। ब्लैकमेल कर वाले के खिलाफ टिकरापारा थाने में एफआईआर कर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार ब्लैकमेल करने वाला हसन आबिदी है, जो कांग्रेस नेता है, और खुद को एसीबी-ईओडब्ल्यू का अफसर बताता रहा। आरोपी हसन ने करीब साढ़े 71 लाख रुपए लेने के बाद मठपुरैना इलाके में करीब 35 सौ वर्ग फीट जमीन भी रजिस्ट्री करा ली। इतनी बड़ी रकम और जमीन रजिस्ट्री कराने के बाद भी वह नहीं माना और फिर से ढाई करोड़ रुपए की मांग की, तो परेशान शख्स पुलिस के पास पहुंचा।
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी हसन आबिदी, रायपुर के संजय नगर का रहने वाला है। वह पिछले पांच वर्षों से खुद को ACB और EOW जैसी जांच एजेंसियों का अधिकारी बताकर कई लोगों को डराने-धमकाने का काम कर रहा है।