पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के नामांकन की अंतिम तारीख 17 अक्टूबर है। लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारे पर अभी तक अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है। इस गतिरोध को दूर करने के लिए आज सुबह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से फोन पर चर्चा की।सूत्रों की मानें तो इस चर्चा के बाद तेजस्वी यादव जल्द ही दिल्ली रवाना हो सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने खरगे और वेणुगोपाल के साथ मिलकर एक ऐसा फॉर्मूला तैयार करने पर बल दिया, जो दोनों पार्टियों के लिए संतुलित और स्वीकार्य हो। इस बैठक के बाद तेजस्वी यादव के साथ भी बातचीत होने की संभावना है।
राहुल गांधी ने कथित तौर पर सीट बंटवारे के प्रस्ताव पर फिर से विचार करने की बात कही और आरजेडी के साथ चर्चा को तेज करने का सुझाव दिया। कांग्रेस चाहती है कि उसे उन सीटों पर मौका मिले, जहां उसका संगठन मजबूत है और वोटर आधार अच्छा है। वहीं, आरजेडी ने अपनी शुरुआती सूची जारी कर दी है, जिसमें कुछ ऐसी सीटें शामिल हैं, जिन पर कांग्रेस भी दावेदारी कर रही है।
कांग्रेस ने आरजेडी से 243 में से 61 सीटों की मांग की है, जो 2020 के चुनाव में मांगी गई 70 सीटों से कम है। हालांकि, पिछले चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा था, जिसके चलते आरजेडी उसे केवल 52 सीटें देने को तैयार है। महागठबंधन में आरजेडी को सबसे ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है।
पिछले चुनाव में उसने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 सीटें जीती थीं। मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने भी 24 सीटों की मांग की है, जबकि वाम दल भी अपनी हिस्सेदारी की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
दूसरी तरफ, एनडीए के सभी सहयोगी दलों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने तीन सूचियों में 101 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं।
नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने भी दो सूचियों में 101 उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और चिराग पासवान की राष्ट्रीय लोकदल ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं।

