नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिला महिला अस्पताल में एक महिला चिकित्सक द्वारा धर्म के आधार पर एक गर्भवती मुस्लिम महिला का इलाज से इनकार का चौंका देने वाला मामला सामने आया है।
अस्पताल में भर्ती महिला शमा परवीन 27 ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने उन्हें और एक अन्य मुस्लिम महिला को देखने से मना किया। शमा ने जानकारी दी कि डॉक्टर ने साफ कहा कि इसको मैं नहीं देखूंगी। इसे ऑपरेशन थिएटर में मत लेकर आना।
शमा परवीन चंदौली जिले में चंदवक की रहने वाली हैं और उनकी शादी मोहम्मद नवाज नामक युवक से हुई है। नवाज ने प्रसव पीड़ा के दौरान शमा को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
शमा ने बताया कि यह घटना 30 सितंबर को रात लगभग 9:30 बजे हुई। उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने धर्म के आधार पर उनके इलाज से इनकार किया और अन्य मरीजों को देखा गया, लेकिन दो मुस्लिम महिलाओं को नहीं देखा गया।
शमा के पति मोहम्मद नवाज का भी दावा था कि डॉक्टर ने कहा कि महिला मुसलमान है, इसे कहीं और लेकर जाओ, हम नहीं देखेंगे। नवाज का कहना था कि हमने और डाक्टरों से भी कहा पर कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि यह व्यवहार पूरी तरह अनुचित और गैरकानूनी है।
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला महिला अस्पताल के CMS महेंद्र गुप्ता ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने इस घटना का संज्ञान लिया है। साथ ही उन्होंने संबंधित डॉक्टर और स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा है।
अस्पताल के मेडिकल।सुप्रिटेंडेंट का कहना था कि मीडिया के लोग जबरदस्ती लेबर रूम में घुस गए, जिससे मरीजों की निजता प्रभावित हुई। अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और स्पष्ट किया कि किसी भी मरीज के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।