रायपुर। नौकरी में नियमित करने की मांग को लेकर करीब एक महीने से हड़ताल पर बैठे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के 10 हजार कर्मचारी और अधिकारी आज जेल भरो आंदोलन करेंगे। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि वे गुरुवार को तूता माना धरना स्थल पर जुटेंगे और आंदोलन करेंगे।
कर्मचारियों ने सरकार के फाइनल अल्टीमेटम को भी नजरअंदाज कर दिया है। इसका असर अलग-अलग जिलों में अब पड़ने लगा है। सरकार ने करीब दो सौ कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है।
18 अगस्त से शुरू हुई हड़ताल को एक महीने बीत गए हैं। सरकार ने 16 सितंबर तक सभी कर्मचारियों को काम पर लौटने का फाइनल अल्टीमेटम दिया था, लेकिन कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखी। इसके बाद सरकार की तरफ से एक्शन शुरू हुआ है।
कर्मचारी अब भी अपनी मांगों को पूरा करने की बात पर अड़े हैं। सरकार की तरफ से 10 में से 5 मांगे मानने की मौखिक सहमति दी है, लेकिन अन्य पांच मांगों को लेकर कोई दावा नहीं किया।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी ने कहा कि सरकार दबाव बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन हम दबाव के आगे झुकने वाले नहीं हैं। सरकार ने बातचीत बंद कर दी है, ऐसे में हम आंदोलन के जरिए ही अपनी आवाज उन तक पहुंचा सकते हैं।
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल और दुर्ग सांसद विजय बघेल ने कर्मचारियों की इन मांगों के समर्थन किया है।