[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के मुख्य अमित बघेल को पुलिस ने घोषित किया भगोड़ा, 5 हजार का ईनाम रखा
Delhi car blast : लाल किले के पास कार धमाका, 13 की मौत, देश के प्रमुख शहरों में हाई अलर्ट, अमित शाह बिहार से दिल्‍ली पहुंचे
असम में बहुविवाह पर बैन, कैबिनेट में नया विधेयक पास
बिहार चुनाव: महिलाओं की भागीदारी और चुनाव आयोग पर उठे सवाल
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम को ध्वस्त कर स्पोर्ट्स सिटी बनाएगी सरकार
तेजस्वी ने चुनाव आयोग से पूछा… कितने पुरुष और महिला मतदाताओं ने वोट डाले?  
ट्रंप के भाषण से छेड़छाड़ मामले में बीबीसी के दो शीर्ष अधिकारियों का इस्‍तीफा
टोल वसूली से आ रहे अरबों रुपये सड़क सुरक्षा पर खर्च क्‍यों नहीं, फलौदी सड़क हादसे पर सुप्रीम कोर्ट सख्‍त   
कौन जीतेगा बुकर प्राइज 2025, लंदन में आज रात विजेता का ऐलान, भारतीय मूल की किरण देसाई भी दावेदार
दिल्ली-एनसीआर में सांसों में घुलती जहरीली हवा, AQI 400 पार, हो सकता है GRAP-3 लागू
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
अन्‍य राज्‍य

झारखंड ACB ने क्यों किया दो IAS को गिरफ्तार? जानिए दोनों का छत्तीसगढ़ से क्या है कनेक्शन?

नितिन मिश्रा
नितिन मिश्रा
Byनितिन मिश्रा
Follow:
Published: May 20, 2025 6:51 PM
Last updated: May 21, 2025 12:20 AM
Share
Jharkhand Liquor Scam
SHARE

रांची। झारखंड शराब घोटाला मामले में झारखंड ACB ने बड़ा एक्शन लिया है। झारखंड के IAS अधिकारी विनय चौबे और पूर्व संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह को ACB ने गिरफ्तार किया है। यह मामला साल 2022 में झारखंड में बनी नई शराब नीति से जुड़ा है। आरोप हैं कि इस नीति में कुछ ऐसे बदलाव किए गए थे कि जिससे छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट के लोगों को फायदा पहुंचा। नई नीति लागू करने से पहले छत्तीसगढ के शराब सिंडिकेट के लोगों के साथ अधिकारियों की मीटिंग हुई थी। फिलहाल ACB इन गिरफ्तार अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। IAS विनय चौबे झारखंड केे सीनियर IAS अधिकारी हैं। चौबे पहले सीएम हेमंत सोरेन के सचिव रह चुके हैं। वर्तमान में विनय चौबे पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव हैं।

छत्तीसगढ EOW ने भी इस मामले में आईएएस अधिकारी विनय चौबे और गजेंद्र सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ईडी ने भी इसी एफआईआर के आधार पर नई ECIR दर्ज की है। ईडी ने झारखंड में आईएएस अधिकारी विनय चौबे और संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह के ठिकानों पर छापा भी मारा था। यहां से कई इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज जब्त किए गए थे।

दरअसल, छत्तीसगढ़ ईओडब्ल्यू ने अभियोजन स्वीकृति के लिए झारखंड सरकार को पत्र लिखा था, लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद छत्तीसगढ़ ईओडब्ल्यू ने इस कथित घोटाले की जांच केन्‍द्रीय अन्‍वेषण ब्‍यूरो (CBI) से कराने की मांग की। यह मांग छत्‍तीसगढ़ सरकार ने की है। छत्‍तीसगढ़ सरकार की तरफ से सीबीआई जांच की सिफारिश का नोटिफिकेशन जारी किया गया है। झारखंड शराब नीति घोटाले की जांच छत्‍तीसगढ़ की ईओडब्‍ल्‍यू-एसीबी कर रही थी। सीबीआई की एंट्री के बाद दोनों के गिरफ्तारी की चर्चा थी, जिसके बाद झारखंड एसीबी एक्टिव हुई और उन्होंने सीबीआई या ईडी से पहले ही दोनों अफसरों को गिरफ्तार कर लिया है।

इसे भी पढ़ें : शराब नीति घोटाले की सीबीआई जांच के लिए छत्‍तीसगढ़ सरकार ने क्‍यों की सिफारिश ?

यह भी आरोप है कि उत्पाद नीति लागू होने के दो वर्षों बाद तक झारखंड उत्पाद नीति में छत्तीसगढ़ की एजेंसियां कार्यरत रहीं। नकली होलोग्राम, अवैध शराब की सप्लाई कर झारखंड सरकार को करोड़ों रूपयों का आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया। इस सिंडिकेट में झारखंड में नकली होलोग्राम लगे देशी शराब की बिक्री कर और विदेशी शराब की सप्लाई का काम दिलवाकर उन कंपनियों से करोड़ों रुपये का कमीशन लिया गया था।

ACB ने यह मामला रांची के अरगोड़ा के रहने वाले विकास सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ के तत्कालीन वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव अनिल टुटेजा, छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन प्रबंधक निदेशक अरुणपति त्रिपाठी, रायपुर के बैरन बाजार निवासी अनवर ढेबर व उनके सिंडिकेट ने झारखंड के अधिकारियों के साथ मिलकर साजिश कर झारखंड की आबकारी नीति में बदलाव किया था। झारखंड में देशी और विदेशी शराब के ठेका सिंडिकेट के लोगों को दिलवाकर धोखाधड़ी की और झारखंड सरकार को करोड़ों रूपए का आर्थिक नुकसान पहुंचाया।

छत्तीसगढ़ की EOW भी झारखंड शराब घोटाला मामले में इन अधिकारियों से आने वाले दिनों में पूछताछ कर सकती है।

TAGGED:ChhattisgarhIAS Vinay ChaubeyJharkhand Liquor ScamJharkhand NewsTop_News
Previous Article छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में EOW ने 32 ठिकानों पर की छापेमारी, 90 लाख से ज्यादा नगदी बरामद
Next Article Shubh-Labh लोकतंत्र का शुभ–लाभ !
Lens poster

Popular Posts

बढ़ता जा रहा कोरोना का खतरा, मुंबई, दिल्ली और केरल में नए मामले मिले

नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर कोविड-19 (covid 19) के मामलों में बढ़ोतरी देखने…

By Lens News

A welcome breeze

The supreme court’s decision on the Tamil Nadu government’s petition against the governor’s withholding assent…

By Editorial Board

‘धर्मांतरण कानून से प्रभावित हो रहे अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकार…’, सुप्रीम कोर्ट का आठ राज्यों को नोटिस

नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को आठ राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश,…

By आवेश तिवारी

You Might Also Like

India-Russia
दुनिया

धमकियों से उकताए भारत का अमेरिका और यूरोप को करारा जवाब

By आवेश तिवारी
Pakistan claim Rafale
दुनिया

पाकिस्तान ने जारी किए 4 राफेल विमानों के टेल नंबर, कुल 7 भारतीय जहाजों को गिराने का दावा

By आवेश तिवारी
RIMS RAIPUR
छत्तीसगढ़

मेडिकल कॉलेज में छात्र की संदिग्ध मौत, कार्डियक अटैक की आशंका, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

By Amandeep Singh
Arun Sao
छत्तीसगढ़

कांग्रेस ने डिप्टी CM अरुण साव पर भतीजे की तेरहवीं में PWD के 97 लाख रुपए भुगतान का लगाया आरोप, विभाग ने बताया भ्रामक

By दानिश अनवर

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?