लेंस डेस्क। ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (11 सितंबर) को पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो को 2022 के चुनाव में हार के बाद सत्ता में बने रहने के लिए तख्तापलट की साजिश रचने का दोषी पाया। उन्हें 27 साल और तीन महीने की जेल की सजा सुनाई गई।
यह ब्राजील के आधुनिक इतिहास में पहला मौका है जब किसी पूर्व राष्ट्रपति को लोकतांत्रिक व्यवस्था को तोड़ने की कोशिश के लिए दोषी ठहराया गया है। पांच जजों के विशेष पैनल ने मामले की सुनवाई की, जिसमें चार जजों ने बोल्सोनारो को दोषी माना।
अदालत ने पाया कि बोल्सोनारो ने 2022 के चुनाव में वर्तमान राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा से हार के बाद मतदाताओं की इच्छा को नजरअंदाज कर असंवैधानिक तरीकों से सत्ता हासिल करने की योजना बनाई थी। बोल्सोनारो इस समय ब्रासीलिया में नजरबंद हैं और उनके पास सजा के खिलाफ अपील करने का अधिकार है।
जजों का मत और असहमति
पांच जजों में से चार ने बोल्सोनारो को पांच आरोपों में दोषी ठहराया, जिसमें आपराधिक संगठन चलाने का आरोप भी शामिल है। जज कारमेन लूसिया ने तीसरे वोट के साथ बोल्सोनारो को आपराधिक संगठन के आरोप में दोषी ठहराया, हालांकि उन्होंने बाकी चार आरोपों पर अभी मत नहीं दिया।
वहीं, जज लुइज फक्स ने असहमति जताते हुए कहा कि अदालत को इस मामले में सुनवाई का अधिकार नहीं है और बचाव पक्ष को जांच के दौरान जमा हुए 70 टेराबाइट सबूतों की पूरी जांच का मौका नहीं मिला।
दो खेमे में बंटा देश
बोल्सोनारो की सजा ने ब्राजील को दो खेमों में बांट दिया है। उनके आलोचकों में खुशी की लहर है, जबकि समर्थकों ने इस फैसले की कड़ी निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे “राजनीतिक साजिश” करार देते हुए नाराजगी जताई और ब्राजील के कई आयातों पर 50% शुल्क लगा दिया। ट्रंप ने बोल्सोनारो को “शानदार” बताते हुए उनके समर्थन में बयान दिया।
बोल्सोनारो ने खुद को राजनीतिक उत्पीड़न का शिकार बताया है। उनकी सजा तब तक अंतिम नहीं होगी, जब तक पांचवें और आखिरी जज का फैसला नहीं आ जाता। अगर सभी पांच आरोपों में दोषी पाए गए, तो उन्हें 40 साल से ज्यादा की सजा हो सकती है।