नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता के नाम का ऐलान हो गया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा है, जिसे भाजपा ने मान लिया है। विधानसभा चुनाव रिजल्ट के 11 दिन बाद आज शाम 7 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें पर्यवेक्षकों रविशंकर प्रसाद और ओम प्रकाश धनखड़ ने मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया। मुख्यमंत्री की शपथ गुरुवार को रामलीला मैदान में दोपहर 12:35 बजे होगी। प्रवेश वर्मा डिप्टी सीएम होंगे। वहीं, विजेंद्र गुप्ता विधानसभा अध्यक्ष होंगे। विधायक दल की बैठक से पहले पर्यवेक्षकों ने विधायक प्रवेश वर्मा और सतीश उपाध्याय के साथ अलग-अलग बैठक की। पर्यवेक्षकों ने एक-एक करके सभी विधायकों से बातचीत की। रेखा गुप्ता केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की चौथी मुख्यमंत्री होंगी। उनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी मुख्यमंत्री रहीं हैंं।
नाम के ऐलान होने के बाद रेखा ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा, वीरेंद्र सचदेवा, रविशंकर प्रसाद और सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद अदा करती हूं। मैं अपने सभी विधायकों का धन्यवाद अदा करती हूं। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को क़रीब 30 हज़ार वोट से हराया था। वह इसी सीट पर 2020 के चुनाव में मामूली अंतर से हार गईं थीं। रेखा गुप्ता दिल्ली नगर निगम की पार्षद और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रविशंकर प्रसाद ने पत्रकारों के सामने रेखा गुप्ता के नाम का ऐलान करते हुए कहा कि प्रवेश वर्मा, सतीश उपाध्याय और विजेंद्र गुप्ता ने रेखा के नाम का प्रस्ताव दिया। नौ लोगों ने उनके नाम का अनमुमोदन किया। अब हम सब राजभवन जा रहे हैं। वहां सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा।
नाम का ऐलान होने से पहले भाजपा विधायक रेखा गुप्ता ने कहा था – भाजपा में सीएम पद का कोई भी दावेदार नहीं है। यह सब पार्टी तय करती है, जिसे भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह प्रतिबद्धता के साथ काम करेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि बीजेपी के सीएम के साथ दिल्ली में एक नया अध्याय शुरू होगा। दिल्ली बहुत सारे विकास कार्यों के साथ एक नई कहानी लिखेगी, लोगों को अधिकार मिलेंगे, सभी काम होंगे। कल के शपथ ग्रहण समारोह के लिए बहुत उत्साह है। लोग इसमें शामिल होना चाहते हैं। हमारे पास बहुत सारी विकास योजनाएं हैं और समय आ गया है। 26 साल बाद दिल्ली अपनी क्षमता का एहसास करने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री – उपमुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री भी शपथ लेंगे। दिल्ली मुख्य सचिव की तरफ से भेजे गए निमंत्रण में मुख्यमंत्री के साथ मंत्रियों की शपथ का भी जिक्र है। कार्यक्रम में 30 हजार मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा पहले ही साफ कर चुके थे कि मुख्यमंत्री निर्वाचित विधायकों में से होगा। बता दें कि 5 फरवरी को दिल्ली की 70 सीटों में चुनाव के लिए मतदान हुए थे। 8 फरवरी को रिजल्ट आया, जिसमें भाजपा के 48 और आम आदमी पार्टी के 22 विधायकों ने जीत दर्ज की है।