Dengue vaccine : भारत ने डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। स्वदेशी वैक्सीन ‘डेंगीऑल’ का तीसरा और अंतिम चरण का ट्रायल अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार इस वैक्सीन का परीक्षण देश के 20 शहरों में 10,500 लोगों पर किया जा रहा है जिनमें से 8,000 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वैक्सीन डेंगू के चारों प्रकार (स्ट्रेन) से सुरक्षा देगी और इसे सिर्फ एक बार लगवाने की जरूरत होगी। ‘डेंगीऑल’ को पैनासिया बायोटेक ने विकसित किया है और इसकी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से भारत में बनी है। पहले और दूसरे चरण के ट्रायल में यह वैक्सीन सुरक्षित और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सफल रही है।
ICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि शुरू में इस वैक्सीन को बनाने में नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की तकनीक का इस्तेमाल हुआ था, लेकिन अब इसे पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से तैयार किया गया है। पुणे, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता और भुवनेश्वर जैसे शहरों में चल रहे इस ट्रायल का काम अक्टूबर 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है। यह वैक्सीन डेंगू से बचाव में एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है क्योंकि यह एक ही खुराक में लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करेगी।
ट्रायल के इस चरण में कुछ लोगों को असली वैक्सीन दी जा रही है जबकि कुछ को प्लेसीबो (नकली डोज)। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर यह ट्रायल सफल रहा, तो भारत डेंगू के खिलाफ जंग में एक बड़ी कामयाबी हासिल कर लेगा। इससे पूरी दुनिया में डेंगू से होने वाली बीमारियों और मौतों को कम करने में मदद मिलेगी।