[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कफ सीरप तस्करी के आरोपी बाहर, अमिताभ ठाकुर सलाखों में
ऑपरेशन सिंदूर के दाग भूल भारत ने की चीनियों की आवाजाही आसान
AIIMS रायपुर को सिंगापुर में मिला ‘सर्वश्रेष्ठ पोस्टर अवॉर्ड’
डीएसपी पर शादी का झांसा देकर ठगी का आरोप लगाने वाले कारोबारी के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट
11,718 करोड़ की लागत से होगी डिजिटल जनगणना, 1 मार्च 2027 को आधी रात से होगी शुरुआत
तेलंगाना पंचायत चुनाव: कांग्रेस समर्थित उम्‍मीदवारों की भारी जीत, जानें BRS और BJP का क्‍या है हाल?
MNREGA हुई अब ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना’, जानिए कैबिनेट ने किए और क्‍या बदलाव ?
उत्तर भारत में ठंड का कहर, बर्फबारी और शीतलहर जारी, दिल्ली में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
इंडिगो क्राइसिस के बाद DGCA ने लिया एक्शन, अपने ही चार इंस्पेक्टर्स को किया बर्खास्त,जानिये क्या थी वजह
ट्रैवल कारोबारी ने इंडिगो की मनमानी की धज्जियां उधेड़ी
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

मुस्लिमों का भरोसा तोड़ने वाले

नितिन मिश्रा
नितिन मिश्रा
Byनितिन मिश्रा
Follow:
Published: April 5, 2025 8:41 PM
Last updated: April 5, 2025 8:41 PM
Share
SHARE

वक्फ बिल के संसद से पारित होने के बाद जनता दल (यू) से मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं के इस्तीफे अप्रत्याशित नहीं हैं. क्योंकि इस बिल से वे खुद को बेबस पा रहे हैं। गौर किया जाना चाहिए कि मोदी सरकार को इस विवादास्पद बिल को पारित करवाने में कोई अड़चन नहीं आई, क्योंकि उनके दो अहम सहयोगी नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू उनके साथ थे। इस बिल ने मुस्लिम तबके को और अधिक हाशिये पर तो धकेला ही है, इसने देश की सेकुलर सियासत को भी उलट पुलट दिया है। बेशक, नीतीश और चंद्रबाबू लोकसभा चुनाव के समय से ही भाजपा के साथ हैं, फिर भी उनकी छवि सेकुलर नेताओं की रही है, लेकिन वक्फ बिल ने वह झीना परदा भी हटा दिया है, जिसकी वजह से मुस्लिम उन्हें अपने खैरख्वाह मानते रहे हैं। सवाल यह है कि आखिर बिहार में जब कुछ महीने बाद चुनाव होने हैं, नीतीश के जनता दल (यू) ने ऐसा कदम क्यों उठाया जिसकी उसे भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है? दरअसल पिछले कुछ चुनावों का आकलन करें तो जद(यू) के 12 फीसदी तय वोट हैं और जब वह राजद के साथ होता है तो उसे मुस्लिम-यादव के करीब पांच फीसदी वोट मिल जाते हैं और जब वह भाजपा के साथ होते हैं तो ओबीसी और गरीब सवर्णों के पांच फीसदी वोट मिल जाते हैं। फिर भी, आंकड़ों से इतर हकीकत यह है कि मोदी की अगुआई में भाजपा की हिंदुत्व और बहुसंख्यकवाद की सियासत ने मुस्लिमों को चुनावी राजनीति में हाशिये पर ढकेल दिया है, यह सिर्फ देश की सेकुलर सियासत ही नहीं, बल्कि देश के सेकुलर ढांचे के लिए भी बड़ा धक्का है। इस कदम से नीतीश ने भाजपा को अपना कर्जदार भले बना दिया है, लेकिन वह आज खुद की छाया बनकर रह गए हैं।

TAGGED:BJPNarendra ModiWAQF Bill
Previous Article वाह ताज ! आखिर कैसे तोड़ा कमाई का रिकॉर्ड
Next Article A good beginning
Lens poster

Popular Posts

लार्ड्स में 22 रन से टेस्ट मैच हारा भारत, इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 से बनाई बढ़त

स्पोर्ट्स डेस्क। इंग्लैंड के साथ खेले जा रहे एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी (Anderson–Tendulkar Trophy) में भारत सीरीज…

By दानिश अनवर

कल आएगा CA फाइनल का Result, कैसे करें चेक, जाने पासिंग मार्क्स?

ICAI CA Result 2025 अगर आप चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का सपना देख रहे हैं तो…

By The Lens Desk

अन्नाद्रमुक के सहारे

पखवाड़े भर पहले वक्फ बिल पर सरकार का विरोध करने वाली अन्नाद्रमुक के साथ गठबंधन…

By Editorial Board

You Might Also Like

Kashinath Choudhary Palghar
अन्‍य राज्‍य

भाजपा पर क्‍यों भारी पड़ी काशीनाथ चौधरी की सदस्‍यता, लोग याद दिलाने लगे पालघर साधु हत्याकांड

By Lens News Network
India-Pakistan hockey
लेंस संपादकीय

भारत-पाकिस्तान तनाव की छाया हॉकी पर

By Editorial Board
Phalodi road accident
लेंस संपादकीय

धार्मिक स्वतंत्रता की दिशा में अहम कदम

By Editorial Board
taliban press conference
लेंस संपादकीय

तालिबान को ऐसी इजाज़त क्यों ?

By Editorial Board

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?