रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नया विवाद सामने आया है। कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री अरुण साव पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने भतीजे की तेरहवीं के आयोजन में PWD विभाग के कोष से करीब 97 लाख रुपए खर्च करवाए।
इन आरोपों को भाजपा ने पूरी तरह गलत बताया। दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी ने भी इस संबंध में पत्र जारी करते हुए कहा कि यह जानकारी भ्रामक है। ऐसा कोई भुगतान विभाग ने नहीं किया है।
कांग्रेस ने दो बिलों की तस्वीरें साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अरुण साव पर निशाना साधा।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस की तरफ से किए गए पोस्ट में कहा गया, ‘अरुण साव जी, क्या आप जनता के पैसे को अपनी निजी संपत्ति समझते हैं? आपने किस अधिकार से अपने भतीजे की तेरहवीं पर 97 लाख रुपए PWD विभाग के कोष से खर्च करवाए? क्या जनता का खून-पसीने का पैसा अब नेताओं के पारिवारिक कार्यक्रमों पर लुटाया जाएगा?’
कांग्रेस ने आगे कहा कि प्रदेश में सड़कों की हालत खराब है, जगह-जगह गड्ढे हैं और लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं, जबकि सरकार जनता के टैक्स के पैसे को निजी आयोजनों में खर्च कर रही है।
कांग्रेस ने सवाल उठाया, ‘क्या सत्ता जनता की सेवा का माध्यम रह गई है या नेताओं के पारिवारिक ऐशो-आराम का साधन बन चुकी है?’
कांग्रेस के इस आरोप के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सोशल मीडिया पर यह मुद्दा ट्रेंड करने लगा। कई यूज़र्स ने सरकार से जवाबदेही की मांग की, वहीं भाजपा समर्थकों ने कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा, ‘कांग्रेस हमेशा निराधार आरोप लगाती है। साहू समाज में अंत्येष्टि पर सात्विक भोज का आयोजन होता है। उसमें 97 लाख खर्च करने जैसी बात पूरी तरह गलत है। कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वह इस तरह की बातें कर रही है।’
इस बीच विवाद बढ़ता देख पीडब्ल्यूडी की ओर बेमेतरा के कार्यपालन अभियंता डी. के. चंदेल ने इन आरोपों को भ्रामक बताया। पीडब्ल्यूडी के पत्र में लिखा गया कि सोशल मीडिया में जो जानकारी प्रसारित की जा रही है, वह पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन है। लोक निर्माण विभाग द्वारा उपमुख्यमंत्री अरुण साव के पारिवारिक कार्यक्रम में लगाए गए टेंट कार्य का कोई भी भुगतान विभाग द्वारा नहीं किया गया है। इस तरह की गलत और भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

