प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आकाशवाणी के माध्यम से अपने लोकप्रिय कार्यक्रम ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) का 127वां संस्करण प्रस्तुत किया। देश-दुनिया के लाखों श्रोताओं से जुड़ते हुए उन्होंने त्योहारों की खुशी, स्वदेशी उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता, जानवरों की बहादुरी और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर बात की। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने सामान्य लोगों की कहानियों को जगह देकर एकता और सकारात्मक बदलाव का संदेश दिया।
त्योहारों में स्वदेशी खरीदारी का जोर, जीएसटी बचत उत्सव ने बढ़ाई रौनक
पीएम मोदी ने इस बार के त्योहारों को यादगार बताते हुए कहा कि ‘जीएसटी बचत उत्सव’ ने लोगों को स्वदेशी सामान खरीदने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने खुशी जताई कि बाजारों में देशी वस्तुओं की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है। “इस बार दीवाली और अन्य पर्वों की चमक पहले से कहीं ज्यादा नजर आ रही है। लोग न सिर्फ पैसे बचा रहे हैं, बल्कि अपने देश के उत्पादों को अपनाकर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं,” पीएम ने कहा। यह उत्सव उपभोक्ताओं को कम कीमत पर गुणवत्ता वाले सामान उपलब्ध कराने का एक शानदार प्रयास साबित हुआ है।
बहादुर स्वदेशी कुत्तों को सलाम: रिया ने विदेशी नस्लों को दी मात
कार्यक्रम का एक रोचक हिस्सा था एक कुत्ते की बहादुरी की कहानी। पीएम मोदी ने ‘रिया’ नाम के मुधोल हाउंड का जिक्र किया, जो बीएसएफ द्वारा प्रशिक्षित है। पिछले साल लखनऊ में आयोजित ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट में रिया ने अपनी चपलता और बुद्धिमत्ता से सभी का दिल जीत लिया। विदेशी नस्लों को पीछे छोड़ते हुए उसने पहला पुरस्कार हासिल किया। पीएम ने आगे बताया कि हमारे देसी कुत्तों की वीरता रुकती कहां है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सीआरपीएफ की एक स्वदेशी नस्ल का कुत्ता गश्त के दौरान 8 किलोग्राम विस्फोटक का पता लगा चुका था। “ये कहानियां बताती हैं कि स्वदेशी प्रजातियां कितनी सक्षम हैं। बीएसएफ और सीआरपीएफ के इन प्रयासों को मैं हार्दिक बधाई देता हूं,” ।
मैंग्रोव, तटीय इलाकों का प्राकृतिक कवच
पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाते हुए पीएम मोदी ने मैंग्रोव के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सरल शब्दों में समझाया कि जैसे पहाड़ों और मैदानों में जंगल मिट्टी को जोड़े रखते हैं वैसे ही समुद्र किनारों पर मैंग्रोव एक मजबूत ढाल का काम करते हैं। ये खारे पानी और कीचड़ भरी जमीन में उगते हैं और समुद्री जीवन को संतुलित रखने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। “सुनामी या तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाओं में मैंग्रोव जान-माल की रक्षा करते हैं। हमें इनकी रक्षा के लिए और प्रयास करने होंगे,” पीएम ने अपील की।
अंबिकापुर में “प्लास्टिक कचरा लाओ, मुफ्त भोजन पाओ”
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर नगर निगम की एक पहल का ज़िक्र पीएम मोदी ने आज के कार्यक्रम में किया , उन्होंने ‘गार्बेज कैफे’ की तारीफ की, जहां लोग प्लास्टिक कचरा देकर पौष्टिक भोजन प्राप्त कर सकते हैं। अगर कोई 1 किलो से अधिक प्लास्टिक लाता है, तो उसे दोपहर या रात का पूरा भोजन मिलता है। वहीं, आधा किलो कचरे के बदले नाश्ता तैयार। “यह न सिर्फ कचरा प्रबंधन का बेहतरीन तरीका है, बल्कि स्वच्छ भारत अभियान को मजबूत करने वाला कदम है। अंबिकापुर नगर निगम को इसके लिए साधुवाद,”
छठ महापर्व: एकता का प्रतीक, संस्कृति-प्रकृति का संगम
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि छठ के घाटों पर समाज के हर वर्ग के लोग एक साथ खड़े नजर आते हैं, यह भारत की सामाजिक एकजुटता का सबसे खूबसूरत चित्र है। पीएम ने कहा “यह पर्व हमें सिखाता है कि संस्कृति, प्रकृति और समाज कितने गहराई से जुड़े हुए हैं। सूर्य देव की आराधना के माध्यम से हम पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी ग्रहण करते हैं,”।

