[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
हैदराबाद में  6 दिसंबर को फासीवाद विरोधी सम्मेलन
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को फांसी की सजा, मानवता के विरुद्ध अपराधों में दोषी करार
पीएम मोदी के  ‘मेक इन इंडिया’ का सुपर हीरो अवतार अडानी समूह !
कांगो की कोबाल्ट खदान में पुल गिरने से 50 से ज्यादा मौतें, बढ़ सकता है मौतों का आंकड़ा, देखें वीडियो
दिल्ली ब्लास्ट केस – NIA ने माना डॉक्टर उमर था सुसाइड बॉम्बर
सऊदी अरब में भयानक बस हादसा, 45 भारतीय यात्रियों की दर्दनाक मौत, उमरा के बाद मदीना लौट रहे थे यात्री
बिहार के नतीजे और आंकड़ों पर सवाल
किताब विमोचन:  ‘अनश्वर’ के पन्‍नों में उतरा दलाई लामा का जीवन
सुकमा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, 3 नक्सली ढेर, हथियारों का जखीरा बरामद
देर से स्‍कूल पहुंचने पर ऐसी सजा कि छात्रा की चली गई जान, मां ने लगाया आरोप
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़लेंस रिपोर्ट

500 करोड़ के रीएजेंट घोटाले वाले CGMSC में खरीदी और विभागीय जांच के नियम नहीं, व्यापार नीति का भी कुछ पता नहीं

दानिश अनवर
दानिश अनवर
Byदानिश अनवर
Journalist
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर...
Follow:
- Journalist
Published: October 26, 2025 6:08 AM
Last updated: October 26, 2025 4:23 PM
Share
CGMSC
SHARE

रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSC) में नियम-कायदों की गंभीर कमी सामने आई है। सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत दायर किए गए कई सवालों के जवाब में यह खुलासा हुआ है कि संस्था में कोई स्पष्ट नीति या प्रक्रिया नहीं है।

खबर में खास
खरीदी के नियम से लेकर विभागीय जांच और व्यापार नीति भी नहींखामियों की वजह से रीएजेंट घोटाला

रीएजेंट घोटाले को अंजाम देने वाले सीजीएमएससी में खरीदी का कोई स्पष्ट नियम नहीं है। विभागीय जांच के भी नियम नहीं है। इसकी वजह से गड़बड़ी करने वाले अफसरों को ही जांच की जिम्मेदारी दे दी गई थी। इसके अलावा सीजीएमएससी में व्यापार नीति भी नहीं है।

आरटीआई से मिले दस्तावेजों के अनुसार, CGMSC का संचालन किसी स्थापित नियमावली के आधार पर नहीं हो रहा है। RTI के जवाब में बताया गया कि संस्था में प्रबंधन और अपील प्रक्रिया के लिए कोई औपचारिक दिशा-निर्देश मौजूद नहीं हैं।

RTI के जवाब में उजागर तथ्यों के अनुसार, CGMSC का संचालन पूरी तरह से असंगठित ढंग से हो रहा है।

दस्तावेजों से यह भी स्पष्ट होता है कि संस्था के कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है, जो चिंता का विषय है।

CGMSC में नियम-कायदों की कोई स्पष्ट नीति नहीं होने की वजह से भ्रष्टाचार और मनमानी की संभावना रहती है। यह वजह है कि पिछली सरकार के समय रीएजेंट घोटाला सामने आया था, जिसमें मनमाने दाम पर रीएजेंट की खरीदी की गई थी।

सीजीएमएससी में किसी तरह की स्पष्ट नीति या प्रक्रिया नहीं होने का खुलासा अधिवक्ता शौर्यभिनंदन ठाकुर द्वारा सूचना के अधिकार (RTI) अधिनियम 2005 के तहत दायर किए गए आवेदनों के जवाब में प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर हुआ है।

इन दस्तावेजों में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि CGMSC में कोई लिखित नीति, नियमावली या प्रक्रिया दस्तावेज मौजूद नहीं है, जिसके आधार पर संस्था का संचालन हो।

दस्तावेजों के अनुसार, CGMSC का संचालन वहां पदस्थापित अफसरों के विवेक पर निर्भर है, जो नियम-कानून की बजाय व्यक्तिगत निर्णयों पर आधारित है। यह स्थिति पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी को दर्शाती है, जिससे भ्रष्टाचार और मनमानी की आशंका बढ़ गई है।

खरीदी के नियम से लेकर विभागीय जांच और व्यापार नीति भी नहीं

सीजीएमएससी में 7 सवालों पर अलग-अलग आरटीआई लगाई गई थी। इसमें पहली आरटीआई सीजीएमएससी से पूर्व के वित्तीय वर्ष के ऐसे लंबित देयकों, जिनका भुगतान राज्य बजट से होना था, के आगामी वित्तीय वर्ष में भुगतान संबंधी नियम और निर्देश की जानकारी मांगने के संबंध में लगाई गई।

दूसरी में बजट उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में अन्य उपलब्ध मद से भुगतान करने के लिए राज्य सरकार या बोर्ड के निर्देश की संधारित जानकारी मांगी गई।

तीसरे में सीजीएमएससी के खरीदी मैनुअल, चौथे में सीजीएमएसससी में लागू बिजनेस ट्रांजेक्शन रूल्स, पांचवे में स्वीकृत बिजनेस ट्रांजेक्शन रूल्स, छठवें कंपनी में लागू विभागीय और आंतरिक जांच नियम और सातवें कंपनी में स्वीकृत विभागीय और आंतरिक जांच की जानकारी मांगी गई।

इन सभी विषयों पर मांगी जानकारी के जवाब में निरंक लिखा गया। इससे साफ है कि के तहत कोई लिखित नियम या प्रक्रिया दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। यह दस्तावेज दर्शाते है कि CGMSC में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है, क्योंकि न तो कोई लिखित नियमावली है और न ही समय-सीमा का पालन किया गया। यह स्थिति संस्था के संचालन पर सवाल उठाती है।

खामियों की वजह से रीएजेंट घोटाला

CGMSC में नीतिगत खामियों की वजह से भ्रष्टाचार की संभावना पहले भी सामने आ चुकी है। पिछली सरकार के कार्यकाल में रीएजेंट घोटाला उजागर हुआ था, जिसमें मेडिकल उपकरणों और रीएजेंट की खरीदी मनमाने दामों पर की गई थी।

स्पष्ट नियमों की अनुपस्थिति ऐसी अनियमितताओं को बढ़ावा देती है। दस्तावेजों से यह भी पता चलता है कि संस्था में जवाबदेही तय करने की कोई व्यवस्था नहीं है, जो भ्रष्टाचार को और पनपने का मौका दे सकती है।

2020 से 2024 के बीच रीएजेंट घोटाले को अंजाम दिया गया था। मोक्षित कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर कारनामा अंजाम दिया गया था। इसमें शामिल डिप्टी डायरेक्टर और जीएम रहे अफसरों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

स्वास्थ्य विभाग में 2020-21 से 22-23 के दौरान खून की जांच में उपयोग होने वाला रीएजेंट केमिकल और उसकी मशीन की खरीदी की गई थी। केवल कमीशन के चक्कर में केमिकल इतनी ज्यादा मात्रा में खरीदा गया कि आधा भी उपयोग में नहीं आया और लगभग करोड़ों का सामान अब तक एक्सपायर हो चुका है।

यह भी पढ़ें : सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की कमी पर हाईकोर्ट सख्त, कहा -‘मशीनें शो पीस नहीं’, मुख्य सचिव और CGMSC को नोटिस

TAGGED:Latest_News
Byदानिश अनवर
Journalist
Follow:
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर में इन्‍वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग टीम में सीनियर रिपोर्टर के तौर पर काम किया है। इस दौरान स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन खबरें लिखीं। दैनिक भास्‍कर से पहले नवभारत, नईदुनिया, पत्रिका अखबार में 10 साल काम किया। इन सभी अखबारों में दानिश अनवर ने विभिन्न विषयों जैसे- क्राइम, पॉलिटिकल, एजुकेशन, स्‍पोर्ट्स, कल्‍चरल और स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन स्‍टोरीज कवर की हैं। दानिश को प्रिंट का अच्‍छा अनुभव है। वह सेंट्रल इंडिया के कई शहरों में काम कर चुके हैं।
Previous Article Bilaspur Police होटल में बीजेपी-कांग्रेस के नेताओं का जुआ फड़, 14 दांव लगाते पकड़े गए
Next Article ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने कहा इस बार त्योहारों की चमक लौट आयी, छत्तीसगढ़ से जुड़ी इन बातों का किया जिक्र
Lens poster

Popular Posts

अर्बन नक्सल पर PM के बयान के बाद पूर्व CM का जवाब, पढ़िए क्यों कहा – नक्सलवाद की सबसे ज्यादा कीमत कांग्रेस ने चुकाई?

रायपुर। एक प्रोग्राम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर 'अर्बन नक्‍सलिज्‍म' को…

By दानिश अनवर

अडानी से संबंधित वीडियो पर रोकः सवाल अभिव्यक्ति की आजादी का

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का कुछ स्वतंत्र डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म और यूट्यूब चैनल के…

By Editorial Board

तो क्‍या ट्रंप सरकार का बड़ा सिरदर्द साबित होगा अमेरिका में शटडाउन?

America shutdown : अमेरिका में एक बार फिर राजनीतिक विवाद के चलते सरकारी कामकाज ठप…

By The Lens Desk

You Might Also Like

8th Pay Commission
लेंस रिपोर्ट

कहां फंसा हैं 8वें वेतन आयोग में पेंच?

By Lens News Network
operation sindoor is onn
देश

ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है- IAF, राजनाथ बोले- भारत की सेनाओं की धमक रावलपिंडी तक सुनाई दी

By Lens News Network
Anti Naxal Operation
छत्तीसगढ़

गरियाबंद मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों का शव किया गया एयरलिफ्ट, यहां देखें लिस्ट

By पूनम ऋतु सेन
conversion
छत्तीसगढ़

रायपुर में धर्मांतरण को लेकर बवाल, बजरंग दल ने सौ से ज्यादा लोगों का मतांतरण कराने का लगाया आरोप

By नितिन मिश्रा

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?