[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
इंदिरा गांधी पर दिए बयान को लेकर चिदंबरम से पार्टी आलाकमान नाराज, अल्वी ने कहा – दबाव में पूर्व गृहमंत्री
भारत की धरती से पाकिस्तान-अमरीका को तालिबान की ललकार
बिहार में NDA की सीट शेयरिंग का ऐलान, BJP 101, JDU 101, चिराग की LJP 29 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
कोर्ट के नोटिस के बाद भूपेश बघेल ने की EOW अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में कोरबा कलेक्टर की सराहना…फिर क्या हुआ? जानिए यहां
तालिबानी विदेश मंत्री का ताजमहल का दौरा रद्द, महिला पत्रकारों को दूसरी प्रेस कांफ्रेंस में आमंत्रण
बंगाल में एक और मेडिकल छात्रा से गैंगरेप, 3 गिरफ्तार, 2 फरार, राजनीतिक बवाल तेज
‘बिजली’ की मौत के बाद वंतारा ले जाने के फैसले पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल के निजी सहायक ने मनाया सड़क पर अपनी पत्नी का बर्थडे, FIR दर्ज
केरल में आईटी प्रोफेशनल ने किया सुसाइड, इंस्टा पोस्ट में आरएसएस के कई सदस्यों पर यौन शोषण का आरोप
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़

कोर्ट के नोटिस के बाद भूपेश बघेल ने की EOW अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

दानिश अनवर
Last updated: October 12, 2025 6:48 pm
दानिश अनवर
Byदानिश अनवर
Journalist
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर...
Follow:
- Journalist
Share
Bhupesh Baghel
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोल लेवी घोटाले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) के अफसरों पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने और न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने के गंभीर आरोपों के संबंध में कोर्ट के नोटिस के बाद कांग्रेस ने सरकार को जमकर घेरा है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है कि सरकार अब तक जांच एजेंसियों के साथ सांठगांठ कर रही थी। भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ईओडब्ल्यू के अफसरों पर मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज गवाहों के बयान के नाम पर झूठे दस्तावेज तैयार कर सुप्रीम कोर्ट में पेश करने का आरोप है। भूपेश बघेल ने मांग की है कि जांच एजेंसियों के संबंधित अधिकारी को तत्काल पद से निलंबित किया जाए। ताकि भविष्य में कोई अधिकारी न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने का दुस्साहस न करे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सीआरपीसी के तहत जिस 164 का बयान को लिफाफे में बंद कर ट्रायल के दौरान जज को दिया जाता है। वह सुप्रीम कोर्ट में एजेंसी पेश रही है। इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है, कि सरकार की यह एजेंसी लोगों को परेशान करने का काम कर रही है।’

भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार और न्यायिक प्रणाली पर बड़ा हमला बोला। बघेल ने आरोप लगाया, ‘यह सिर्फ फर्जी दस्तावेज बनाने का मामला नहीं है, बल्कि यह न्यायपालिका को गुमराह करने और लोकतंत्र की बुनियाद पर हमला है। EOW के अफसरों ने अदालत से सांठगांठ कर एक निर्दोष व्यक्ति को फंसाने की साजिश रची है।’

भूपेश बघेल ने यह भी मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर सुप्रीम कोर्ट में भी फर्जी दस्तावेज पेश किए जा रहे हैं, तो यह बहुत ही गंभीर और खतरनाक संकेत है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार अपने विरोधियों को झूठे मामलों में फंसाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।’

कांग्रेस ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से जवाब मांगते हुए आरोप लगाया है कि उनकी सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है। वहीं, बीजेपी की तरफ से इस पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी सरकार संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है। लोकतंत्र को कमजोर करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग, जिस पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी है, अब शक के दायरे में है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘भारत के नागरिकों को न्याय दिलाने के लिए लोकतंत्र में तीन पिलर स्थापित किए गए हैं। विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। लेकिन अगर यह तीनों स्तंभ एक सुर में हो जाएं, तो लोकतंत्र कहां बचेगा?’

कांग्रेस नेता ने ही कोर्ट में लगाया है आवेदन, जिसके बाद नोटिस

कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन ने इस संबंध में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (JMFC) आकांक्षा वेक की अदालत में आवेदन लगाया है। जिसके बाद ईओडब्ल्यू चीफ अमरेश मिश्रा, एडिशनल एसपी चंद्रेश ठाकुर और डीएसपी राहुल शर्मा को 25 अक्टूबर को स्पष्टीकरण पेश करने का नोटिस जारी किया गया है।

आवेदन के अनुसार, कोर्ट में लगाए आवेदन के अनुसार, एसीबी/ईओडब्ल्यू ने अपराध संख्या 02/2024 और 03/2024 के मामलों में एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही है। जांच के दौरान धमतरी जिला जेल में बंद निखिल चंद्राकर को 16 और 17 जुलाई 2025 को धारा-164 सीआरपीसी के तहत दस्तावेज तैयार कराने के बहाने न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी कामिनी वर्मा की अदालत में पेश किया गया, लेकिन चंद्राकर का कोई बयान दर्ज ही नहीं किया गया।

गिरीश देवांगन ने कहा, ‘इन दस्तावेजों में चंद्राकर के केवल हस्ताक्षर हैं, लेकिन अदालत द्वारा कोई बयान लेखबद्ध नहीं किया गया। यह साफ कूटरचना है, जिसका मकसद जांच में गंभीरता पैदा करना और निर्दोष को फंसाना था।’

आवेदन में जो आरोप लगाए गए हैं, उनके अनुसार जांच अफसरों ने अपने कार्यालय के कंप्यूटर पर दस्तावेज तैयार किए, उन्हें पेन ड्राइव में लाकर अदालत में जमा कराया और प्रिंटआउट लेकर सुप्रीम कोर्ट में पेश किया।

यह दस्तावेज सूर्यकांत तिवारी की जमानत रद्द करने के आवेदन के साथ पेश किए गए थे, जिसकी प्रतियां तिवारी के वकीलों के माध्यम से प्राप्त हुईं।

यह भी पढ़ें : EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस

TAGGED:ChhattisgarhCongressEOWLatest_News
Byदानिश अनवर
Journalist
Follow:
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर में इन्‍वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग टीम में सीनियर रिपोर्टर के तौर पर काम किया है। इस दौरान स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन खबरें लिखीं। दैनिक भास्‍कर से पहले नवभारत, नईदुनिया, पत्रिका अखबार में 10 साल काम किया। इन सभी अखबारों में दानिश अनवर ने विभिन्न विषयों जैसे- क्राइम, पॉलिटिकल, एजुकेशन, स्‍पोर्ट्स, कल्‍चरल और स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन स्‍टोरीज कवर की हैं। दानिश को प्रिंट का अच्‍छा अनुभव है। वह सेंट्रल इंडिया के कई शहरों में काम कर चुके हैं।
Previous Article कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस में कोरबा कलेक्टर की सराहना…फिर क्या हुआ? जानिए यहां
Next Article Bihar Election 2025 बिहार में NDA की सीट शेयरिंग का ऐलान, BJP 101, JDU 101, चिराग की LJP 29 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
Lens poster

Popular Posts

दिन के उजाले में इजरायल और ईरान की बमबारी, ट्रम्प का दावा – युद्ध आसानी से समाप्त कर सकते हैं

इजरायल और ईरान ने रविवार रात को एक-दूसरे पर ताजा हमले किए, जिसमें कई लोग…

By The Lens Desk

कटक: सांप्रदायिक हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा, इंटरनेट सेवा बंद

नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली दुर्गा पूजा मूर्ति जुलूस और विश्व हिंदू परिषद की रैली के…

By आवेश तिवारी

ननकी राम के साथ हाउस अरेस्ट लोकतांत्रिक उम्मीदें भी

छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ भाजपा में शनिवार को तब बड़ी उथलपुथल मच गई जब सरकार ने…

By Editorial Board

You Might Also Like

Teachers Protest
आंदोलन की खबर

छत्तीसगढ़ में युक्तिकरण के विरोध में शिक्षकों ने खोला मोर्चा, 28 मई को मंत्रालय घेराव की चेतावनी

By नितिन मिश्रा
Kapil Raj
छत्तीसगढ़

दो मुख्यमंत्रियों को जेल भेजने वाले IRS अफसर ने क्यों दिया इस्तीफा?

By Lens News Network
Kedar Kashyap
छत्तीसगढ़

वन मंत्री पर मारपीट का आरोप लगाने वाले खानसामे ने की पुलिस से शिकायत, केदार कश्यप बोले – कांग्रेस भ्रामक प्रचार कर रही

By दानिश अनवर
Sachin Pilot
छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ दौरे पर सचिन पायलट, बोले- भाजपा मजहब के नाम पर लोगों को बांटना चाहती है, माफी मांगना चाहिए

By Lens News

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?