रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता ननकी राम कंवर (Nanki Ram Kanwar) ने प्रशासन पर उनके बेटे को शराब पिलाकर माहौल बिगाड़ने का गंभीर आरोप भी लगाया। यह आरोप डीजीपी अरुण देव गौतम को लिखी चिट्ठी में श्री कंवर ने लगाया है।
चिट्ठी लिखने के बाद पूर्व गृह मंत्री शुक्रवार को रायपुर पहुंचे। मुख्य सचिव विकास शील की उनसे मुलाकात हुई। मुख्य सचिव ने उनकी जांच पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। डीजीपी अरुण देव गौतम से मुलाकात नहीं हो सकी।
द लेंस ने उनके कोरबा लौटने से पहले हालिया आरोपों पर फिर से बात की। प्रशासन के हाउस अरेस्ट नहीं किए जाने के दावे पर श्री कंवर ने कहा कि अगर अरेस्ट नहीं किए थे, तो भोजन क्यों कराया? हम अरेस्ट थे, कस्टडी में थे, तभी पुलिस वालों ने भोजन कराया। बाहर जो धरना पर आए थे, उनको भी खाना खिलाया। इसका मतलब साफ है कि उन्हें अरेस्ट किया गया था।
4 अक्टूबर को धरना देने से रोकने के लिए प्रशासनिक प्रयासों पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का सपोर्ट अफसरों को मिला, इसलिए हमें रोका गया। अगर पार्टी का पुलिस और प्रशासन को सहयोग नहीं की, तो जिन लोगों ने उस दिन मुझे हाउस अरेस्ट किया, उन्हें टर्मिनेट करें।
जब उनसे पूछा गया कि आप मान रहे हैं कि पार्टी ने उन अधिकारियों को सहयोग किया था, उन्होंने कहा कि बिल्कुल मान रहे हैं। पार्टी ससहयोग नहीं की होती तो धरना से प्रशासन क्यों रोकता?
कलेक्टर अजीत वसंत को हटाने की मांग को लेकर श्री कंवर कहते हैं, ‘पार्टी अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा है कि 10 दिन में कलेक्टर हट जाएगा।’
उन्होंने अजीत वसंत पर कहा कि जिस तरह से हम जैसे लोगों से व्यवहार किया है वह अच्छा है क्या? उनकी सर्विस से ज्यादा दिन मैं मंत्री था। अगर वह पूर्व मंत्री को नहीं पहचानता है तो कैसा कलेक्टर है?
मुख्य सचिव और डीजीपी से मुलाकात पर कहा कि मुख्य सचिव ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। डीजीपी से मुलाकात नहीं हुई। उनसे बात करेंगे कि उनके समर्थकों को जबरन थाने में बैठाकर परेशान करने वालों पर कार्रवाई करें।
साथियों को जबरन थाने में बैठाने पर कहा कि उन्हें भी अरेस्ट किया गया था। अगर उन्हें अरेस्ट नहीं किया गया तो थाने में क्यों ले गए।
बेटे का जबरन शराब पिलाने वाले आरोपों पर श्री कंवर कहते हैं कि अफसरों ने उन्हें शराब पिलाया और उसकी गाड़ी में भी शराब की बोतलें रख दी। श्री कंवर ने द लेंस से कहा कि उनका बेटा दो वर्ष से शराब नहीं पी रहा था और उसे यहां बुलाकर माहौल बिगाड़ने के लिए शराब पिलाई गई।
श्री कंवर कहते हैं कि उनके शांतिप्रिय धरने को बाधित करने के लिए कोरबा कलेक्टर अजीत वसंत ने एडिशनल कलेक्टर देवेंद्र पटेल को रायपुर भेजा। देवेंद्र पटेल के रायपुर आने के बाद उनके दो समर्थकों को जबरन थाने में बैठाया गया और उनके मोबाइल भी ले लिए गए।
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