अयोध्या। पिछले वर्ष तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद को लेकर विवाद हुआ था, जब खाद्य विभाग ने खुलासा किया था कि लड्डुओं में पशु वसा का उपयोग किया गया था। अब अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर के प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में पाया गया कि लड्डू और घी की शुद्धता मानकों पर खरी नहीं उतरी। तीन में से दो नमूने जांच में असफल रहे, क्योंकि उनकी गुणवत्ता अपेक्षित स्तर की नहीं थी। अयोध्या आने वाले लगभग भक्त हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन करते हैं। परंपरा के अनुसार, बजरंगबली को बेसन के लड्डू चढ़ाए जाते हैं।
हनुमानगढ़ी मंदिर प्रशासन ने पहले ही दुकानदारों को उच्च गुणवत्ता वाले घी और बेसन का उपयोग करने की सलाह दी थी। खाद्य विभाग की मोबाइल वैन ने हाल ही में अयोध्या में सैंपल एकत्र किए थे। खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार साहू ने बताया कि सभी नमूनों का परीक्षण किया गया।
इससे पहले हनुमानगढ़ी के महंत संजय दास ने आसपास के दुकानदारों के साथ बैठक कर स्पष्ट निर्देश दिए थे कि हनुमान जी को चढ़ने वाला प्रसाद पूरी तरह शुद्ध होना चाहिए, जिसमें किसी भी प्रकार की मिलावट न हो और केवल उच्च गुणवत्ता वाला देसी घी व बेसन इस्तेमाल हो। फिर भी नवरात्रि और दीपावली के लिए चल रहे खाद्य विभाग के विशेष अभियान में हनुमानगढ़ी क्षेत्र की दुकानों से लिए गए लड्डू के नमूनों में मिलावट पाई गई।
त्योहारों को देखते हुए खाद्य विभाग ने शहर के विभिन्न हिस्सों में मिठाई और डेयरी उत्पादों की जांच तेज कर दी है। मोबाइल वैन ने हनुमानगढ़ी के आसपास की दुकानों से 30 से अधिक नमूने लिए, जिनमें लड्डू, खोया, मिठाई और दही शामिल थे।
लैब जांच में कई नमूनों में मिलावट का खुलासा हुआ, जिससे दुकानदारों में हड़कंप मच गया। सहायक आयुक्त मानिकचंद ने बताया कि शासन के निर्देश पर दशहरा और दीपावली को ध्यान में रखते हुए दो दिनों तक यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है।