नई दिल्ली। यह खबर हैरान करने वाली है, मगर सच है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी में पिछले शनिवार को जिस वकील की बर्बर पिटाई की गई थी, वह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का दामाद निकला।
महत्वपूर्ण है कि साथी वकील की पिटाई से नाराज वकीलों ने अदालत परिसर में मंगलवार को दो पुलिसकर्मियों को दौड़ा दौड़ा कर जमकर पीटा। इसमें एक पुलिसकर्मी को घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
पीएम की संसदीय सीट में वकीलों और पुलिस के बीच मचे बवाल से फिलहाल माहौल गर्म है।
शनिवार की रात करीब आठ बजे वाराणसी के लक्ष्मी कुंड स्थित मंदिर में दर्शन कर स्थानीय वकील शिव प्रताप सिंह पत्नी के साथ बाइक से घर लौट रहे थे। रथयात्रा चौराहे पर जाम छुड़ाने के दौरान वकील शिव प्रताप सिंह के साथ इंस्पेक्टर क्राइम गोपाल कन्हैया के बीच विवाद हो गया।
इस पर इंस्पेक्टर ने शिव प्रताप सिंह की जमकर पिटाई कर दी जिससे वह गंभीर रुप से जख्मी हो गए। रक्तरंजित स्थिति में शिव प्रताप सिंह को बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।
इस घटना को लेकर सोमवार को कचहरी खुलते ही सेंट्रल बार एसोसिएशन भवन पर काफी संख्या में वकील एकत्रित हो गए। बार सभागार में बनारस व सेंट्रल बार की संयुक्त रुप से हुई बैठक में वकीलों ने पुलिसकर्मियों द्वारा आये दिन वकीलों के साथ अमर्यादित आचरण को लेकर नाराजगी जाहिर की।
शासन द्वारा इन पर कोई अंकूश नहीं लगाए जाने से क्षुब्ध नजर आए। घटना के बाद से ही वकील न्यायिक कार्य से विरत थे। द लेंस ने जब इस मामले की तहक़ीक़ात करी तो पता चला कि जिस वकील की पिटाई की गई है, वह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का दामाद है।
उसकी शादी गिरिराज के सहोदर जयराज सिंह की बेटी शारदा सिंह के साथ हुई है। यह भी पता चला कि यह विवाह २०१३ में तब हुआ था जब गिरिराज सिंह बिहार सरकार में मंत्री थी। उस वक्त दूल्हे को लेने के लिए अनंत सिंह का चेतक घोड़ा बनारस आया था।
गिरिराज सिंह के दामाद शिव प्रताप सिंह का कहना था कि पानी के जमाव के कारण मैं गाड़ी उधर से नहीं ले जा सकता था। हमने दारोगा से निवेदन किया कि मुझे इधर से जाने दें। मेरा घर २०० मीटर दूरी पर थी। लेकिन, भेलूपुर के इंस्पेक्टर जो उस वक्त वहां तैनात थे, उन्होंने जाने देने से इनकार कर दिया।
फिर वकील और दरोगा में जमकर बहस होने लगी। शिव प्रताप सिंह का कहना था कि दारोगा तुरंत कहने लगे कि आपकी गाड़ी जब्त करेंगे। मैंने कहा आप ऐसा कैसे कर सकते हैं। इतना सुनते ही उन्होंने किसी हथियार से पीट दिया।
शिव प्रताप सिंह के चेहरे पर गहरी चोट आई और हाथ टूट गया। जिस वक्त वकील को पीटा जा रहा था वहां डेढ़ दर्जन लोग मौजूद थे पर कोई बचाने नहीं आया।
गिरिराज सिंह ने नजदीकी रिश्तेदारों ने द लेंस को फोन पर बताया कि यह विवाह गिरिराज सिंह ने ही कराया था, जिसमे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे। लेकिन, दामाद के पीटे जाने पर गिरिराज खामोश रहे। गौरतलब है कि शिव प्रताप सिंह के आँख पर आठ टाँके लगे हैं।
इस घटना के बाद पिछले मंगलवार को वाराणसी कचहरी परिसर में मंगलवार को वकीलों ने सब-इंस्पेक्टर मिथिलेश प्रजापति को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई।
तीन दिन पहले दारोगा का एक वकील से विवाद हुआ था, उसी रंजिश में इस घटना को अंजाम दिया गया। वाराणसी में बड़ागांव थाने के दारोगा मिथिलेश प्रजापति और एक सिपाही कचहरी में गो अधिनियम का रिमांड पर्चा लेने गए थे, तभी ये घटना घटी।
पहले से गुस्साए वकीलों के एक समूह ने बड़ागांव थाने का दारोगा होने के नाम पर उन्हें पीट दिया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए। इस मामले में कैंट थाने में 10 नामजद वकीलों और 50-60 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया लेकिन घटना के तीन दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं हुई।
इसी बात से नाराज दरोगा की पत्नी अनीता यादव और परिजन पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि नामजद मुकदमे के बावजूद भी भी कार्रवाई नहीं हो रही है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने भरोसा दिलाया कि जल्द कार्रवाई होगी और बार एसोसिएशन से सहयोग मिल रहा है।
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