इंटरनेशनल डेस्क। अमेरिका के मिनियापोलिस में बुधवार को एक कैथोलिक स्कूल में काले कपड़े पहने एक बंदूकधारी ने प्रार्थना सभा में भाग ले रहे छात्रों पर गोलीबारी (Firing in US School) कर दो बच्चों की हत्या कर दी। 17 अन्य लोगों को घायल कर दिया।
रायटर्स के अनुसार हमलावर, जो लगभग 20 साल का था, ने स्कूल की चैपल की खिड़कियों से बेंचों पर बैठे छात्रों पर गोलियां चलाईं और फिर खुद को गोली मार ली। उन्होंने बताया कि मारे गए बच्चों की उम्र 8 साल और 10 साल थी।
मिनियापोलिस के पुलिस प्रमुख ब्रायन ओ’हारा ने संवाददाताओं से कहा, “यह निर्दोष बच्चों और पूजा कर रहे अन्य लोगों के विरुद्ध जानबूझकर की गई हिंसा थी। बच्चों से भरे चर्च में गोलीबारी की सरासर क्रूरता और कायरता बिल्कुल समझ से परे है।”
के-12 स्कूल शूटिंग डेटाबेस के अनुसार, लगभग 395 छात्रों वाले एक निजी प्राथमिक विद्यालय, एनुंसिएशन कैथोलिक स्कूल में हुई गोलीबारी, जनवरी के बाद से 146वीं ऐसी घटना थी। गोलीबारी की लगातार बढ़ती घटनाओं, नए सुरक्षा उपायों और बंदूक कानूनों पर चल रही बहस को एक नया मोड़ दिया है।
मिनिएपोलिस के मेयर जैकब फ्रे ने एक संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट रूप से क्रोधित होकर कहा कि यह मत कहिए कि यह केवल विचारों और प्रार्थनाओं के बारे में है। ये बच्चे सचमुच प्रार्थना कर रहे थे। यह स्कूल का पहला सप्ताह था। वे एक चर्च में थे।
अधिकारियों ने बताया कि हमलावर ने एक राइफल, एक शॉटगन और एक पिस्तौल से दर्जनों राउंड फायरिंग की। से बंद कर दिया गया था।स्थानीय अस्पतालों ने बताया कि वे 14 बच्चों और दो वयस्कों का इलाज कर रहे हैं, जिनमें से कई गोली लगने से घायल हुए हैं।
‘पांचवीं कक्षा के छात्र वेस्टन हाल्सने ने सीबीएस न्यूज को बताया कि उसे बचाने की कोशिश करते समय उसके दोस्त को गोली लग गई।गोली मेरे बिल्कुल पास लगी थी,’ हेल्स्ने ने कहा। ‘मुझे लगता है कि मेरी गर्दन पर बारूद लग गया था।’ अधिकारियों ने बताया कि हमलावर का कोई व्यापक आपराधिक इतिहास नहीं है तथा वे उसके उद्देश्य का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।