[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर और उनके करीबियों की 40 करोड़ की प्रॉपर्टी ED ने की जब्त
उत्तरकाशी में बादल फटा, सैलाब में बहा पूरा गांव
हसदेव में अब पांच लाख पेड़ काटने की तैयारी!
शुभेंदू अधिकारी के काफिले पर हमला, कार के शीशे तोड़े
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन
Rupee vs Dollar : 88 के करीब पहुंचा रुपया, 6 महीने की सबसे बड़ी गिरावट
राज्यसभा में CISF तैनाती पर तीखी बहस, खरगे ने स्‍पीकर से पूछा – क्या अमित शाह चला रहे हैं सदन?
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के छह साल  : जमीन पर कितना खरे उतरे वादे
बिजली कंपनी की कमर तोड़ने में सरकार ही सबसे आगे, 10 हजार करोड़ का बिल बाकी!
धमकियों से उकताए भारत का अमेरिका और यूरोप को करारा जवाब
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

आम आदमी पर बिजली की मार

Editorial Board
Last updated: August 4, 2025 9:24 pm
Editorial Board
Share
Electricity Bill Hall Scheme
SHARE

छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार ने अब तक मिलने वाली दो सौ यूनिट मुफ्त बिजली योजना में बड़ा बदलाव करते हुए इसे अब पचास यूनिट तक सीमित कर आम उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है। भूपेश बघेल की अगुआई वाली पूर्व कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के बाद 2019 में घरेलू उपभोक्ताओं को चार सौ यूनिट बिजली की खपत पर दो सौ यूनिट के बिल माफ कर दिए थे, जिससे राज्य की दो तिहाई से अधिक आबादी को लाभ हुआ था। हाफ बिजली बिल योजना से दो सौ यूनिट बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को तो बिजली मुफ्त में ही मिल रही थी। निस्संदेह यह एक लोकप्रिय राजनीतिक फैसला था। दरअसल अकेले छत्तीसगढ़ की बात नहीं है, सारे देश में बिजली बोर्डों और उससे जुड़ी संस्थाओं का बुरा हाल है, जिसकी वजह से बिजली क्षेत्र में भारी विसंगतियां हैं, जिसे दूर करने की जरूरत है। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने चार सौ यूनिट बिजली बिल हाफ योजना को सीमित कर सौ यूनिट तक करने के अपने फैसले पर प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का जिक्र किया है और संदेश देने की कोशिश की है कि उपभोक्ता इसकी ओर प्रेरित हों। दरअसल जिस तरह यह कदम उठाया गया है, उससे यही लगता है कि हाफ बिजली बिल योजना में बदलाव की बड़ी वजह भी यही है। ऐसे समय, जब इलेक्ट्रिक वाहनों पर जोर दिया जा रहा है, तो यह भी समझना पड़ेगा कि आम उपभोक्ताओं के लिए बिजली की जरूरतें किस तरह बढ़ी हैं। हाफ बिजली बिल योजना को सौ यूनिट तक सीमित करने से उपभोक्ताओं का बड़ा वर्ग इससे वंचित हो जाएगा। जहां तक सौर ऊर्जा की बात है, तो इससे बहुत से ऐसे लोग वंचित हो सकते हैं, जिनके पास सोलर पैनल लगाने के लिए पक्के या छत वाले मकान नहीं हैं या जो बहुमंजिला इमारतों के फ्लैट में रहते हैं। निस्संदेह, जैसा कि मोदी सरकार का अक्षय उर्जा पर जोर है, सौर ऊर्जा को विकल्प के तौर पर देखा ही जाना चाहिए, लेकिन इसके साथ यह भी देखने की जरूरत है कि बिजली अपने आममें सामाजिक असमानता का कारण न बन जाए!

TAGGED:ChhaattisgarhElectricity Bill Hall SchemeRaipurVishnu Deo Sai
Previous Article देशभर में कुत्तों का आतंक,नोएडा में हर दिन औसतन 500 लोग ले रहे एंटी-रेबीज इंजेक्शन 7 महीने पहले कुत्ते ने काटा, नहीं लगायी एंटी-रेबीज वैक्सीन,अब मौत
Next Article Indian judicial system The court on trial

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

त्वरित टिप्पणी  : मानवता पर हमला

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए भीषण आतंकी हमले ने स्तब्ध कर दिया है।…

By Editorial Board

इंदौर की हवा साफ करने अब हर पेट्रोल पंप पर 15 दिन में खुलेंगे पीयूसी सेंटर

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में अब हर पेट्रोल पंप में प्रदूषण जांच…

By Lens News

Need for political agility

The flaring of tension in West Bengal following protests against the passing of the waqf…

By Editorial Board

You Might Also Like

लेंस संपादकीय

नीतीश बाबू की सियासत

By The Lens Desk
Nishikant Dubey
लेंस संपादकीय

आपत्तिजनक और अस्वीकार्य

By Editorial Board
Ganjam
लेंस संपादकीय

बर्बर और शर्मनाक

By Editorial Board
martyr family
आंदोलन की खबर

रायपुर में शहीदों के परिजनों का गृहमंत्री के घर के सामने प्रदर्शन, बोले- सरेंडर नक्सलियों के लिए नीति, शहीदों के लिए क्या है?

By नितिन मिश्रा
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?