[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
मोक्षित कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर और उनके करीबियों की 40 करोड़ की प्रॉपर्टी ED ने की जब्त
उत्तरकाशी में बादल फटा, सैलाब में बहा पूरा गांव
हसदेव में अब पांच लाख पेड़ काटने की तैयारी!
शुभेंदू अधिकारी के काफिले पर हमला, कार के शीशे तोड़े
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन
Rupee vs Dollar : 88 के करीब पहुंचा रुपया, 6 महीने की सबसे बड़ी गिरावट
राज्यसभा में CISF तैनाती पर तीखी बहस, खरगे ने स्‍पीकर से पूछा – क्या अमित शाह चला रहे हैं सदन?
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के छह साल  : जमीन पर कितना खरे उतरे वादे
बिजली कंपनी की कमर तोड़ने में सरकार ही सबसे आगे, 10 हजार करोड़ का बिल बाकी!
धमकियों से उकताए भारत का अमेरिका और यूरोप को करारा जवाब
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

80 हजार के कर्ज के लिए ऐसी यातना!

Editorial Board
Last updated: June 17, 2025 9:57 pm
Editorial Board
Share
Kuppam
SHARE

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के विधानसभा क्षेत्र कप्पम के नारायणपुरम गांव में एक महिला को पेड़ से बांध कर अपमानित करने और पीटने की घटना शर्मसार कर देने वाली है। मुख्यमंत्री नायडु के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन यह सवाल ही अपने आपमें बड़ा है कि आखिर ऐसी नौबत क्यों आई कि एक महिला को महज 80 हजार रुपये के कर्ज को लेकर मध्ययुगीन यातनाएं दी गईं? सिरीशा नामक इस महिला के पति ने गांव के एक व्यक्ति से दो साल पहले यह कर्ज लिया था और पता चला है कि वह धीरे धीरे कुछ पैसे देकर कर्ज चुका भी रहा था, लेकिन कुछ समय पहले वह अचानक कहीं चला गया। पता चला कि थोड़े दिनों बाद सिरीशा भी अपने बच्चों को लेकर बंगलुरू चली गई थी और अभी बच्चों के स्कूल से ट्रांसफर सर्टिफिकेट लेने आई थी। इस घटना ने आंध्र ही नहीं, बल्कि देश के बड़े हिस्से में छोटे छोटे कर्ज लेने को मजबूर लाखों लोगों के दर्द को सामने ला दिया है, जिनके पास परिचितों और सूदखोरों से कर्ज लेने के अलावा कोई रास्ता नहीं होता। यह संभव है कि सिरीशा के पति की कर्ज के मामले में साख ठीक न हो, लेकिन इसी देश का दूसरा चेहरा यह भी है कि सरकार लाखों करोड़ रुपये के कॉरपोरेट कर्ज माफ कर देती है। दरअसल यह घटना दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था की एक केस स्टडी की तरह भी है कि आखिर जनधन और पीएम कल्याण जैसी योजनाएं कहां दम तोड़ दे रही हैं कि एक दंपत्ति दो साल तक 80 हजार रुपये का कर्ज नहीं चुका सकी!

TAGGED:Lens Abhimat
Previous Article G7Summit2025 A farcical gathering
Next Article BJP अब किरण सिंहदेव की होगी अपनी कार्यकारिणी, जल्द बनेगी प्रदेश भाजपा की नई टीम

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

बोरेबासी दिवस की एक थाली 32 रुपए की, लेकिन प्रति व्यक्ति खर्च था 17 सौ रुपए !

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय श्रमिक दिवस के अवसर पर बोरेबासी तिहार…

By नितिन मिश्रा

NIA is unfit for investigating terror cases

The Malegaon blast case has been decided by the trial court today and acquitted all…

By Editorial Board

एनएमडीसी के दरवाजों पर जायज नारे

बस्तर में गुरुवार को नारों की गूंज सुनाई दी। ये नारे नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन–एनएमडीसी…

By Editorial Board

You Might Also Like

लेंस संपादकीय

काम और नींद के बीच संतुलन

By The Lens Desk
लेंस संपादकीय

पूंजीगत व्यय का भार किस पर?

By The Lens Desk
BJP internal politics
लेंस संपादकीय

भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष कब तक ?

By Editorial Board
ED
लेंस संपादकीय

ईडी के छापे और सवाल

By दानिश अनवर
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?