पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना ने स्पष्ट कर दिया था कि यह कार्रवाई सैन्य या नागरिक ठिकानों पर नहीं की गई है, इसके बावजूद पाकिस्तान ने इसके जवाब के रूप में भारतीय सैन्य ठिकानों को जिस तरह निशाना बनाने की कोशिश की वह उसकी बौखलाहट को ही दिखाता है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इस दुस्साहस का न केवल करारा जवाब दिया है, बल्कि लाहौर सहित कई शहरों में हमले कर उसकी एयर डिफेंस प्रणाली को खासा नुकसान पहुंचाया है। यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत ही है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में सारा देश एकजुट है, जिसकी झलक सर्वदलीय बैठक से निकले संदेश में भी देखी जा सकती है। दूसरी ओर पाकिस्तान लगातार झूठ फैलाने की कोशिश कर रहा है, जिसे भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बेनकाब किया है। पाकिस्तान भारतीय कार्रवाई मे मारे गए जिन लोगों को अपना “नागरिक” बता रहा था, असल में वे आतंकवादी थे। सरहद पर उसकी ओर से की जा रही गोलाबारी भी भड़काने वाली कार्रवाई है, जिसमें 13 भारतीय नागरिक मारे गए हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान की यह हरकत भारतीय उपमहाद्वीप को एक और जंग में झोंक सकती है, जिसे रोके जाने की जरूरत है।
जंग की जुंबिश!
