छपरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज चुनावी रैली में छपरा के लेमनचूस (टॉफी) को याद करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की सरकारों ने बिहार की औद्योगिक प्रगति को ठप कर दिया और बच्चों की पसंदीदा लेमनचूस टॉफी की मिठास छीन ली।
पीएम ने कहा, “आजकल आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी दल उद्योगों और कारखानों को लेकर झूठ फैला रहे हैं। लेकिन युवाओं को इनकी हकीकत जानना जरूरी है। मढौरा कभी बिहार का एक समृद्ध औद्योगिक केंद्र था, जो अंग्रेजों के समय से फलता-फूलता था। यहां लेमनचूस बनता था, जो पुरानी पीढ़ी को अच्छे से याद है। मुझे भी बचपन में स्कूल में लेमनचूस की एक गोली मिलती थी, जिसका हम बेसब्री से इंतजार करते थे। यह टॉफी छपरा में बनती थी और पूरे देश में बच्चों की पसंद थी। मढौरा की चॉकलेट और लेमनचूस देशभर में भेजे जाते थे।”
मोदी ने आगे कहा कि जंगलराज ने सब कुछ बर्बाद कर दिया। रंगदारी, फिरौती और गुंडा टैक्स ने उद्योगों को बंद करवा दिया। मढौरा की मॉर्टन फैक्ट्री, जो अंग्रेजों के जमाने से थी, बंद हो गई। इससे हजारों लोग बेरोजगार हो गए और उन्हें पलायन करना पड़ा। पीएम ने कहा, “आज भी उद्योगपति और निवेशक आरजेडी और लाल झंडे वालों का नाम सुनकर डरते हैं और दूसरे राज्यों में चले जाते हैं।”
छपरा की सभा में पीएम ने एनडीए सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि मढौरा का गौरव फिर से लौट रहा है। मढौरा की रेल फैक्ट्री इसका उदाहरण है, जहां बने रेल इंजन अब अफ्रीका तक निर्यात हो रहे हैं। उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि इनके घोषणा पत्र सिर्फ रंगदारी और भ्रष्टाचार की सूची हैं।
छठ पूजा के बहाने राहुल गांधी को घेरा

वहीं मुजफ्फरपुर की रैली में पीएम मोदी ने राहुल गांधी के छठ पूजा पर दिए बयान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और आरजेडी छठी मइया का अपमान कर रहे हैं। क्या कोई वोट के लिए छठ पूजा का अपमान कर सकता है? क्या बिहार और हिंदुस्तान इसे बर्दाश्त करेगा? निर्जला व्रत रखने वाली माताएं-बहनें इसे सहेंगी?
कांग्रेस और आरजेडी के लिए छठ पूजा नौटंकी है, लेकिन बिहार की माताएं-बहनें इसे माफ नहीं करेंगी।” पीएम ने कहा कि छठ पूजा का अपमान बिहारवासी सैकड़ों साल तक नहीं भूलेंगे। उन्होंने जोड़ा, “बिहार का गौरव बढ़ाना, इसकी संस्कृति और बोली को हर कोने तक पहुंचाना, एनडीए और बीजेपी की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।”

