नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
बिहार चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने पार्टी के महासचिव और वरिष्ठ नेता अविनाश पांडेय को चुनाव प्रभारी बनाया गया है। माना जा रहा कि कृष्णा अल्लावरु बिहार प्रभारी का पद पूर्ववत संभालते रहेंगे।
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कृष्णा अल्लावरु को जल्द ही बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। अविनाश पांडेय फिलहाल यूपी के प्रभारी हैं। उन्होंने गहलोत, पायलट विवाद में बड़ी भूमिका निभाई थी।
कांग्रेस आलाकमान से मिली जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए अविनाश पांडेय ने एक्स पर पोस्ट भी किया था। और लिखा कि – कल से बिहार प्रवास पर रहूंगा, जहां आगामी चुनावों के लिए संगठनात्मक समन्वय और रणनीति निर्माण की जिम्मेदारी संभालूंगा।
यह केवल एक चुनाव नहीं, बल्कि बिहार की दिशा और दशा तय करने वाला निर्णायक अवसर है। एनडीए सरकार ने राज्य को बेरोजगारी, पलायन और विकासहीनता की ओर धकेला है-अब जनता परिवर्तन के लिए तैयार है।
कांग्रेस के इस कदम को चुनाव से पहले पार्टी में डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है। टिकट को लेकर पार्टी के ही कई नेताओं ने बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु पर गंभीर आरोप लगाए थे। कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी में मचे घमासान के बीच अब अविनाश पांडेय को जिम्मेदारी दिए जाने पर तमाम कयास लगाए जा रहे है।
मूलरूप से नागपुर के रहने वाले हैं अविनाश पांडेय महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। 2010 में महाराष्ट्र से राज्य सभा सांसद भी चुने गए थे। राहुल गांधी ने 2023 में उन्हें यूपी में प्रभारी महासचिव बनाया था। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के साथ मिलकर कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया था। और बीजेपी 240 पर सिमट गई थी।
वशनिवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अविनाश पांडेय ने केंद्र पर हमला बोला। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने छठ महापर्व पर बिहार के लोगों का अपमान किया है। पूरे देश में रेलगाड़ियों की संख्या 13 हजार है।
पीएम नरेंद्र मोदी इसमें से 12 हजार रेल गाड़ी छठ पर्व चलाने की बात कहते हैं तो कहां से चलाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि छठ महापर्व पर घर पहुंचने के लिए लोग रेलगाड़ी में शौचालय तक में यात्रा करने को मजबूर हैं। उन्होंने मांग की कि पीएम इस झूठ के लिए बिहार से माफी मांगे।
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