नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के आरोप पर एसआईटी की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया है। राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान बेंगलुरु सेंट्रल सीट पर वोटर लिस्ट में हेराफेरी करने का आरोप लगाया था। आरोपों की जांच के लिए याचिकाकर्ता अधिवक्ता रोहित पांडे ने एसआईटी गठित करने की मांग को लेकर याचिका दायर की थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने याचिकाकर्ता रोहित पांडे से कहा कि वह अपनी शिकायत भारत के चुनाव आयोग के पास ले जाएं। पीठ ने कहा, “हमने याचिकाकर्ता के वकील की बात सुनी है। हम इस याचिका पर विचार करने के इच्छुक नहीं हैं, जो कथित तौर पर जनहित में दायर की गई है। अगर सलाह दी जाए तो याचिकाकर्ता चुनाव आयोग के समक्ष अपनी बात रख सकता है।”
स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए रोहित पांडे ने दावा किया कि उन्होंने स्वयं राहुल गांधी के आरोपों की जांच की है और पाया कि ये आरोप वैध मतों को खारिज करने की साजिश को उजागर करते हैं। इससे जनहित में इस माननीय न्यायालय द्वारा तत्काल हस्तक्षेप आवश्यक है।”
रोहित पांडे ने दावा किया कि उन्हें हजारों अमान्य और डुप्लिकेट प्रविष्टियां मिली हैं और यह अनुच्छेद 326 तहत प्रदत्त संवैधानिक गारंटी की जड़ पर प्रहार करता है। ये अनुच्छेद 324 भारत के चुनाव आयोग द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के नियमों का उल्लंघन करता है।” याचिकाकर्ता ने अदालत से यह निर्देश देने का आग्रह किया कि मतदाता सूचियों का स्वतंत्र ऑडिट पूरा होने तक उनमें कोई और संशोधन या अंतिम रूप न दिया जाए।
राहुल गांधी ने इस साल अगस्त में चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर चुनावों में ‘एक बड़ी आपराधिक धोखाधड़ी’ करने का आरोप लगाया था। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने पिछले साल लोकसभा चुनावों के दौरान कर्नाटक की बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट पर हुई पांच अलग-अलग तरीकोंं को सूचीबद्ध किया।
उन्होंने अपने आरोप के समर्थन में बेंगलुरु सेंट्रल सीट के अंतर्गत आने वाले महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस द्वारा की गई एक जांच के निष्कर्षों को जारी किया। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में बैंगलोर सेंट्रल सीट 32,707 मतों के अंतर से जीती थी। राहुल गांधी ने जल्द ही वोट चोरी की एक और किस्त जिसे हाइड्रोजन बम का नाम दिया है जारी करने की बात कही है।

