रायपुर। वर्ष 2024 से अब तक वीआईपी रोड पर सड़क हादसों में दर्जनभर मौतों के बाद जिला प्रशासन ने वीआईपी रोड की सेंटर लेन को वन वे करने का फैसला किया है। आज से यह रोड वन वे हो गई।
इसका मतलब ये हुआ कि रायपुर से वीआईपी रोड होते हुए एयरपोर्ट जाने वाली सेंटर लेन का इस्तेमाल सिर्फ एयरपोर्ट जाने के लिए होगा। वापस आने के लिए बगल की दोनों सड़कों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
सेंटर लेन से वापस आने पर ट्रैफिक पुलिस कार्रवाई करेगी।
यह फैसला 10 सितंबर को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया है। इस रोड में बढ़ते सड़क हादसों पर अंकुश लगाने जिला प्रशासन ने यह फैसला किया है।
दरअसल, जब डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब जिला प्रशासन के वीआईपी रोड को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए वीआईपी रोड के वर्तमान स्वरूप के प्रपोजल को स्वीकार किया था।
तब इसका मकसद यह था कि वीआईपी रोड लगातार बढ़ रहे मैरिज पैलेस की वजह से जाम लग जाते हैं और एयरपोर्ट पहुंचने वालों को देरी हो जाती है।
तत्कालीन सरकार के इस प्रपोजल को स्वीकारने के बाद वीआईपी रोड को वर्तमान स्वरूप बनाया गया था। अपने निर्माण के करीब साल भर तक प्रपोजल के तहत इसे वन वे ही किया गया था। लेकिन, दिसंबर 2018 में सरकार बदलने के बाद इसे वन वे की जगह टू वे कर दिया गया और वन वे के तहत की जा रही कार्रवाईयां भी रोक दी गई थीं।
अब जब हादसे लगातार बढ़ रहे हैं तो ट्रैफिक पुलिस ने एक बार फिर इसे वन वे करने का प्रस्ताव दिया, जिसे हरि झंडी मिल गई।
हालांकि वन वे करने से पहले सर्विस लेन में सुधार किया जाएगा। इस फैसले को अमल में लाने में अभी तीन वक्त का समय लग सकता है।
यह व्यवस्था शुरू होने के बाद अगर कोई दो पहिया या चार पहिया वाहन चालक वन-वे आदेश की अवहेलना कर सेंटर लेन से वापस आएंगे तो उनके खिलाफ मोटरयान अधिनियम की धारा 179 व 184 के तहत कार्रवाई की जाएगी। ऐसे मामलों में 2500 रुपए तक का जुर्माना भरना होगा।