सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के चांदनी बिहारपुर क्षेत्र में शुक्रवार शाम को ठाड़पाथर इलाके में तीन स्कूली छात्रों पर आकाशीय बिजली गिर गई। हादसे में एक 15 साल के छात्र की मौत हो गई।
तीनों छात्र स्कूल से घर लौट रहे थे, तभी अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए वे एक पेड़ के नीचे रुक गए। उसी समय जोरदार गड़गड़ाहट के साथ बिजली गिर गई। सूरजपुर में एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी घटना हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार चांदनी थाना क्षेत्र के विशालपुर गांव के 15 वर्षीय रंजीत सिंह अपने दो दोस्तों सुनील कुमार और अनूप कुमार के साथ शुक्रवार शाम लगभग 4 बजे स्कूल से लौट रहा था। तीनों ठाड़पाथर-रेडीपहाड़ी रास्ते से गुजर रहे थे, जब बारिश शुरू हो गई।
बारिश से बचने के लिए वे सड़क किनारे एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। तभी उस पेड़ पर बिजली गिरी, जिसकी चपेट में तीनों आ गए। रंजीत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सुनील और अनूप को गंभीर चोटें आईं।
इससे पहले 15 सितंबर को ओड़गी ब्लॉक के पाल केवला अगरिया पारा में भी एक घटना हुई थी। यहां बिजली गिरने से 17 साल के विजय चेरवा की मौत हो गई और छह अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह हादसा तब हुआ था, जब गांव में एक पारिवारिक विवाद को सुलझाने के लिए पंचायत सभा चल रही थी। सभा में सरपंच मुकदेव चेरवा, सचिव पनालाल सिंह और कई ग्रामीण मौजूद थे।
विजय एक किराना दुकान से पानी और नमक लेने मोटरसाइकिल से गया था। लौटते समय उसने अभी बाइक खड़ी भी नहीं की थी कि अचानक बिजली गिरी, जिससे उसकी जान चली गई। इस हादसे ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया और स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की कमियों को भी सामने ला दिया।
जब गरज के साथ हो रही हो बारिश तो क्या करें?
आकाशीय बिजली एक प्राकृतिक घटना है जो बारिश, तूफान या बादल छाए होने पर हो सकती है। यह जानलेवा हो सकती है और हर साल कई लोगों की जान लेती है। आइए जानते हैं कि आकाशीय बिजली का खतरा कब हो सकता है और इससे बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
आकाशीय बिजली का खतरा कब होता है? जब मौसम तूफानी हो और आसमान में काले बादल हों तो बिजली गिरने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। जब आसमान में काले बादल छाए हों और तेज हवाएं चल रही हों। अगर आप बिजली की चमक या गड़गड़ाहट सुनते हैं, तो खतरा करीब हो सकता है। खुले मैदानों में, ऊंचे इलाकों, पेड़ों या पानी के पास बिजली गिरने की संभावना ज्यादा होती है।
ऐसी स्थिति में क्या सावधानी बरतें?
घर के अंदर रहें, तूफान के समय घर या किसी पक्की इमारत में शरण लें। खिड़कियों और दरवाजों से दूर रहें। खुले मैदान से जाने बचें। पेड़ों, ऊंची जगहों, धातु की वस्तुओं और पानी के पास न रहें। 30-30 नियम का पालन करें। अगर बिजली की चमक के बाद 30 सेकंड के अंदर गड़गड़ाहट सुनाई दे, तो तुरंत सुरक्षित जगह पर जाएं।
इस दौरान बिजली के दौरान धातु की वस्तुओं जैसे छाता, साइकिल या गहने न छूएं। नहाने, बर्तन धोने या पानी के पास रहने से बचें, क्योंकि बिजली पानी के जरिए भी करंट दे सकती है। टीवी, कंप्यूटर जैसे उपकरणों को अनप्लग करें ताकि बिजली का झटका न लगे। अगर आप गाड़ी में हैं, तो खिड़कियां बंद रखें और धातु के हिस्सों को न छूएं।