रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग स्कैम (PSC Scam) में परीक्षा के नाम पर हुए घोटाले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का एक्शन जारी है। इस बार सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पीएससी के पूर्व सचिव रिटायर्ड आईएएस जेएल ध्रुव सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में सबसे अहम आरती वासनिक की गिरफ्तारी है।
पूर्व सचिव और पूर्व परीक्षा नियंत्रक के अलावा जेएल ध्रुव के बेटे सुमित ध्रुव, निशा कोसले, दीपा आदिल गिरफ्तार किए गए हैं। सुमित ध्रुव, दीपा आदिल और निशा कोसले का भी चयन PSC परीक्षा में हुआ था।
पीएससी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक रहीं आरती वासनिक पर शुरू से ही तलवार लटकी रही, लेकिन हर बार वे बचती रहीं। सीबीआई ने आरती वासनिक से पहले भी पूछताछ की थी, लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया था।
सीबीआई ने अपनी जांच में पाया कि इस स्कैम में पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के साथ आरती वासनिक बराबर से जिम्मेदार हैं। इसी तरह जेएल ध्रुव की भूमिका भी रही है।
CBI ने पांचों को स्पेशल कोर्ट में पेश किया है।
पीएससी स्कैम में इससे पहले सीबीआई ने 18 नवंबर को तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और श्री बजरंग पावर एंड इस्पात के तत्कालीन निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था। इसके बाद 10 जनवरी को पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें नितेश सोनवानी, ललित गणवीर, शशांक गोयल, भूमिका कटियार और साहिल सोनवानी को गिरफ्तार किया है। सभी जेल में हैं।
नितेश सोनवानी, शशांक गोयल, भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर और साहिल सोनवानी को डीएसपी बनाया गया था। बाद में इनकी नियुक्ति पर रोक है।