[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
भूपेन हजारिका की जयंती आज, उनके लिखे गीतों को सुन आ जाते थे लोगों के आंखों में आंसू
दिल्ली बनी फुलेरा, सीएम संग पतिदेव भी ले रहे अधिकारियों की बैठक
मतुआ समुदाय ने बिहार में राहुल गांधी से मुलाकात की, नागरिकता की मांग पर कांग्रेस से समर्थन मांगा
दीपक बैज ने पोस्ट में लिखा “मंत्री केदार कश्यप अब हो चुकें हैं बेनकाब”
राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर बीजेपी का जमकर हंगामा
निर्वाचन आयोग 10 सितंबर को देश भर के कार्यकारी अधिकारियों की बैठक करेगा आयोजित
वोट चोर अभियान: पायलट रायगढ़ से शुरू करेंगे अभियान, पहले बिलासपुर में आमसभा
कर्नाटक में जालसाजी कर वोट हटाने की जांच ठप्प, आयोग ने नहीं दिया डाटा
NHM कर्मचारियों की हड़ताल से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति और मॉप-अप दिवस कार्यक्रम हुआ स्थगित
जीएसटी में बदलाव से ऑटो सेक्टर को मिलेगी नई रफ्तार, FY26 में टू-व्हीलर बिक्री 5-6% और कारों में 2-3% बढ़ोतरी की उम्मीद
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

कांग्रेस की ‘चमचा संस्कृति’ के लिए कौन है जिम्मेदार

Editorial Board
Last updated: September 7, 2025 3:15 pm
Editorial Board
Share
CG Congress
SHARE

देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है, लेकिन हाल ही में छत्तीसगढ़ में पार्टी की अंदरूनी खींचतान जिस रूप में सामने आई है, उसने पार्टी की एक पुरानी कमजोरी को उजागर किया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता चरणदास महंत का एक बयान खूब वायरल है, जिसमें वह पार्टी के सभी नेताओं और पार्टी के जिलाध्यक्षों को यह नसीहत देते नजर आ रहे हैं कि वे अपने ‘चमचों’ को संभाल कर रखें।

दरअसल कुछ दिनों पूर्व ही छत्तीसगढ़ की पिछली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे पार्टी के एक वरिष्ठ नेता रवींद्र चौबे ने यह कहते हुए हलचल पैदा कर दी थी कि प्रदेश में पार्टी की कमान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपी जानी चाहिए, क्योंकि भाजपा से लड़ने का दम उन्हीं में है। काफी विवाद होने पर चौबे ने तो उस बयान से कदम खींच लिए, लेकिन इसने पार्टी की खींचतान को सामने ला दिया।

इसे लेकर पार्टी की बैठक में भी काफी विवाद हुआ और फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के साथ खड़े महंत ने कहा कि नेताओं को अपने ‘चमचों’ को संभालकर रखना चाहिए, क्योंकि अक्सर उन्हीं के कारण अनावश्यक बयानबाजी होती है! उनके इस बयान को व्यक्तिगत भी माना जाए, तब भी यह नहीं भूलना चाहिए कि महंत न केवल पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, वह विधानसभा अध्यक्ष, यहां तक कि केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं और अभी विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं।

महंत ने संभव है कि किसी का अपमान करने के लिहाज से ऐसा न कहा हो, लेकिन आम कार्यकर्ताओं को ‘चमचा’ कहना अशोभनीय ही नहीं, बल्कि सामान्य राजनीतिक शिष्टाचार के लिहाज से भी उचित नहीं है। कोई भी राजनीतिक दल कार्यकर्ताओं से ही बनता है और ऐसे बयान उसे हतोत्साहित ही करते हैं। सवाल यह है कि आखिर कांग्रेस के भीतर पनपने वाली इस प्रवृत्ति के लिए जिम्मेदार कौन है? आखिर क्यों नेता कार्यकर्ताओं से पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों के आधार पर नहीं व्यक्तिगत निष्ठा और वफादारी के आधार पर जुड़ना चाहते हैं?

कांग्रेस पार्टी अपने 140 साल के इतिहास की दुहाई देती है, तो यह पार्टी ऐसे ही नहीं बनी थी, इसे गांधी, नेहरू, पटेल, मौलाना आजाद, राजेंद्र प्रसाद जैसे नेताओं ने गढ़ा था। कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की कोशिश करते लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पार्टी के आम कार्यकर्ताओं से ही नहीं, बल्कि आम लोगों से किसानों से, मजदूरों से, मैकेनिकों से जिस सह्रदतया और उदारता से मिलते हैं, उन्हें सम्मान देते हैं, उस पर गौर करने की जरूरत है। कहने की जरूरत नहीं कि चरणदास महंत सहित और उन जैसे तमाम नेताओं को अपने नेता राहुल से सीख लेने की जरूरत है।

यह भी पढ़ें: मितानिनों की सुनिए

TAGGED:Bhupesh Baghelcg congressCharandas mahantChhattisgarh Congress
Previous Article The Bengal Files The Bengal Files पर बोले नेताजी के परपोते चंद्र कुमार बोस, ‘फिल्म में राजनीतिक हस्तक्षेप ठीक नहीं’
Next Article CM Vishnudev Sai इच्छा मृत्यु मांगने वाले BJP नेता से मिले सीएम साय, अब एम्‍स में चल रहा इलाज

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

2050 तक भारत की एक तिहाई आबादी मोटापे के गिरफ्त में, क्या कहती है स्टडी ?

मोटापा अब महामारी का रूप ले रहा है. इस बात पर लैंसेट की एक नई…

By पूनम ऋतु सेन

अरविंद नेताम ने संघ प्रमुख से कहा : अपनी छतरी में बौद्ध, जैन और सिख समुदाय जैसी जगह दे दें आदिवासियों को 

नागपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता वर्ग के एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि…

By The Lens Desk

पहलगाम आतंकी हमला : भारत ने दिखाए तेवर तो पाकिस्‍तानी पीएम बोले, निष्पक्ष जांच को तैयार

द लेंस डेस्‍क। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam terror attack) और भारत के प्रतिबंधों के बाद…

By The Lens Desk

You Might Also Like

लेंस संपादकीय

बदहाल बिहार

By The Lens Desk
Indian diplomacy
लेंस संपादकीय

आसान नहीं “स्थायी समाधान”

By Editorial Board
लेंस संपादकीय

कांशीराम की विरासत

By सुदीप ठाकुर
RAJASTHAN JHALAWAR SCHOOL
लेंस संपादकीय

उन बच्चों की मौत के गुनहगार कौन हैं?

By Editorial Board
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?