नई दिल्ली। INDIA गठबंधन में शामिल दल आज बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर संसद से बाहर निकलकर विजय चौक पर बैठ गए। विजय चौक में ही विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने प्रेस बुलाई और एसआईआर के मुद्दे पर (INDIA ALLIANCE ON SIR) प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू कर दी। इस प्रेस से बात करते हुए विपक्षी सांसदों ने बताया कि वे क्यों SIR पर चर्चा चाहते हैं। सभी पार्टियों ने कहा कि हर स्पीकर से, सरकार से इस विषय पर चर्चा करना चाहते हैं और कि कहीं हमारे वोटों की चोरी तो नहीं हो रही है, लेकिन सरकार चर्चा को तैयार नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्रकारों के संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में मोदी सरकार ने वोट बढ़ाने के लिए उल्टे सीधे कदम उठाए। खरगे ने आरोप लगाया कि बिहार में वे वोट काटना चाहते हैं। कर्नाटक में भी उन्होंने चुनाव में धांधली की। श्री खरगे ने कहा कि हम इन सभी मुद्दों पर संसद में पूरी बहस चाहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने SIR को मतदाताओं की नागरिकता पर संदेह करने वाला एक कदम करार दिया।
सभी विपक्षी दल SIR पर चर्चा चाहते हैं। कुछ नेताओं का कहना था कि हम स्पीकर से, सरकार से शांतिपूर्वक इसकी मांग कर रहे हैं। आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में उन्होंने वोट जोड़ने के लिए अलग तरीका अपनाया. अब वे वोट काटने के बिहार में अलग तरीका अपना हैं। जो उन्हें सूट करता है, वही करते हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हम सदन में पूरी चर्चा चाहते हैं. हम उन्हें सुझाव दे सकते हैं। लोगों के नाम कटने से बचा सकते हैं। मोदी सरकार लोगों की नागरिकता पर शक कर कर रही है। सभी पार्टियों ने स्पीकर, डेप्युटी चेयरमैन और सरकार से बार-बार कहा है कि वोट चोरी पर चर्चा की जाये।
समाजवादी पार्टी के सांसदों का कहना था कि हमें SIR पर चर्चा करने का मौका मिलना चाहिए, ताकि जहां गड़बड़ी हुई है, असंवैधानिक तरीके से काम किया जा रहा है, उस बारे में बात हो और लोगों के अधिकार सुरक्षित हो सकें। वोट का अधिकार हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। किसी का वोट छीनना उसकी नागरिकता छीनने के बराबर है।
21 जुलाई 2023 को राज्यसभा के चेयरमैन धनखड़ जी ने कहा था कि हम धरती पर हो रही हर बात पर चर्चा कर सकते हैं. लेकिन, मौजूदा चेयरमैन का कहना है कि सदन में चुनाव आयोग या SIR से जुड़ी कोई चर्चा नहीं हो सकती। संसद में आजतक हर मुद्दे पर चर्चा हुई है, इसलिए हम SIR पर चर्चा कर सकते हैं, सदन में SIR पर चर्चा की जानी चाहिए।