नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी और इंडिया गठबंधन की मुहिम को धार देने के लिए कांग्रेस नेता नेता राहुल गांधी पद यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। तीन चरणों में होने वाली इस पदयात्रा की शुरुआत 10 अगस्त से सासाराम से होगी, जो 26 अगस्त तक चलेगी। राहुल गांधी बिहार के 18 जिलों का दौरा करेंगे। इनमें मगध, पटना, कोसी और सीमांचल जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इस दौरान वे जनसभाओं, पदयात्राओं और आम लोगों से मुलाकात के जरिए जनता से जुड़ेंगे।
यात्रा का मकसद इंडिया गठबंधन के तहत मतदाता पुनरीक्षण में खामियों, बेरोजगारी, अपराध और पलायन जैसे मुद्दों को उजागर करना है। यह यात्रा का पहला चरण सासाराम से शुरू होकर औरंगाबाद और गया तक जाएगा। दूसरा चरण 16 अगस्त से शुरू होगा, जो गया से नवादा, जमुई, भागलपुर होते हुए सीमांचल और मिथिलांचल तक पहुंचेगा। अंतिम चरण में पटना के गांधी मैदान में एक बड़ी रैली प्रस्तावित है।
2 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पटना स्थित आवास पर हुई बैठक में इस यात्रा की रूपरेखा पर चर्चा हुई थी। तेजस्वी ने बताया कि यह यात्रा अगस्त 2025 में होगी, जिसके जरिए गठबंधन के नेता बूथ स्तर पर जाकर एनडीए सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाएंगे।
पटना में द लेंस के सहयोगी राहुल कुमार गौरव ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य कार्यकर्ताओं में जोश भरने के साथ-साथ महागठबंधन की एकजुटता दिखाना है। यात्रा के रूट और तारीखों को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली से आई टीम बिहार के स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर काम कर रही है। तुतला भवानी मंदिर के अलावा अन्य स्थानों पर भी विचार हो रहा है ताकि यात्रा को और प्रभावी बनाया जा सके।
प्रदेश कांग्रेस ने इस यात्रा को सफल बनाने के लिए स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है। राहुल गांधी इस दौरान जनता से सीधा संवाद करेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और गठबंधन का चुनावी एजेंडा पेश करेंगे। बिहार के आठ प्रमंडलों में भी रैलियां आयोजित की जाएंगी, जिनमें महागठबंधन के अन्य बड़े नेता भी शामिल होंगे। ये रैलियां कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने और चुनावी माहौल को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएंगी।