रायपुर। नवा रायपुर में निर्माणाधीन छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच रहा है। सितंबर तक इसे निर्धारत समय पर पूरा कर लिया जाएगा। संभव है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र नए भवन में होगा, क्योंकि राज्योत्सव में 1 नवंबर को इसके लोकार्पण की तैयारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण करेंगे।
रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और उप मुख्यमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव ने विधानसभा भवन स्थल पर पहुंचकर निर्माणकार्य की प्रगति का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य को निर्धारित समय-सीमा, सितम्बर 2025 तक हर हाल में परा किया जाए, ताकि राज्योत्सव के मौके पर इसे जनता को समर्पित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का यह रजत जयंती वर्ष है, जिसे पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। नवीन विधानसभा भवन का निर्माण कार्य अब पूर्णता की ओर अग्रसर है। रजत जयंती वर्ष पर राज्य को एक नया और भव्य विधानसभा भवन प्राप्त होगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नए विधानसभा भवन का निर्माण अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। आज विधानसभा सदन, विधानसभा अध्यक्ष का कक्ष, मुख्यमंत्री का कक्ष तथा सम्पूर्ण परिसर का अवलोकन कर निर्माण की प्रगति का निरीक्षण किया गया। निर्धारित समय पर नवीन विधानसभा भवन का विधिवत लोकार्पण किया जाएगा।
नवीन विधानसभा भवन में छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक पहचान, पारंपरिक वास्तुकला के साथ-साथ आधुनिक सुविधाए हैं। भवन में तीन विंग निर्मित किए जा रहे हैं। विंग-ए में विधानसभा सचिवालय, विंग-बी में मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय सहित विधानसभा सदन व सेंट्रल हॉल और विंग-सी में उप मुख्यमंत्रियों और अन्य मंत्रियों के कार्यालय होंगे।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि नया विधानसभा भवन केवल एक शासकीय संरचना नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक भव्यता एवं वैभव का प्रतीक बनेगा।
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52 एकड़ में नया भवन, 200 विधायकों के बैठने की क्षमता
52 एकड़ क्षेत्रफल में निर्मित यह नवीन विधानसभा भवन आधुनिक तकनीकी विशेषताओं और सांस्कृतिक सौंदर्य से युक्त होगा। सदन में 200 विधायकों के बैठने की क्षमता के साथ-साथ 500 दर्शकों की क्षमता वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम भी होगा। परिसर में 700 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है और दो प्रस्तावित सरोवर, प्रत्येक डेढ़ एकड़ क्षेत्र में, विकसित किए जाएंगे।
निर्माण पूरा होने के बाद यह भवन न केवल छत्तीसगढ़ की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा, बल्कि देशभर में अपनी विशिष्ट स्थापत्य शैली और उन्नत सुविधाओं के कारण एक मिसाल के रूप में स्थापित होगा। निरीक्षण के दौरान अजय जामवाल, पवन साय, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, पीडब्ल्यूडी सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, प्रमुख अभियंता वी.के. भतपहरी मौजूद थे।