रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को छत्तीसगढ़ के दो दिनों के दौरे पर पहुंचे हैं। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और अरूण साव नें गृहमंत्री अमित शाह का स्वागत किया। नया रायपुर में शाह ने नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) के रायपुर कैम्पस और फोरेंसिक लैब की शुरुआत की है। साय सरकार ने एनएफएसयू के लिए 40 एकड़ जमीन आवंटित की है, जिसे केंद्र द्वारा लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। नया रायपुर के रिसॉर्ट में शाह पड़ोसी राज्यों के DGP और ADGP की नक्सलवाद की बैठक कर रहें हैं। इसके बाद नक्सल ऑपरेशन की समीक्षा बैठक होगी। Amit shah
ये है केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम
दोपहर 2 बजे: नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) और सेन्ट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री (सीएफएसएल) के रायपुर परिसर का शिलान्यास, NFSU रायपुर के अस्थाई परिसर का ई उद्घाटन
दोपहर 03:45 बजे: छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के डीजीपी/एडीजीपी के साथ होटल मेफेयर, नवा रायपुर में सुरक्षा संबधित बैठक लेंगे।
शाम 06:15 बजे: शाम के वक्त केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वामपंथी उग्रवाद पर सुरक्षा विषयों को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे. ये बैठक होटल मेफेयर नवा रायपुर में होगी।
23 जून सोमवार: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अबूझमाड़ के ग्रामीणों के साथ संवाद करेंगे।सोमवार दोपहर 12 बजे ये संवाद कार्यक्रम रखा गया है।
23 जून सोमवार: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह नारायणपुर के इरकभट्ठी बीएसएफ कैंप में जवानों के साथ संवाद करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर रखा गया है।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने केेेंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर कहा कि लगभग 2 बजे भूमि पूजन स्थल पर पहुंचेंगे और 2.30 बजे संबंधित कार्यक्रम में शामिल होंगे। हमारे विधायक, एचओडी, डीन, प्रोफेसर और विभिन्न विश्वविद्यालयों से व्याख्याता आएंगे। राज्य के उच्च न्यायालय और अन्य न्यायालयों के अधिवक्ता फोरेंसिक साइंस के छात्रों और व्याख्याताओं के साथ आएंगे… छत्तीसगढ़ में फोरेंसिक साइंस के विकास और आपराधिक न्याय प्रणाली में 3 नए कानून लाने के बाद फोरेंसिक साइंस के प्रभाव पर चर्चा होगी। आज का दिन छत्तीसगढ़ में आपराधिक न्याय प्रणाली के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री सीएम के साथ अबूझमाड़ जाएंगे और कमांडरों (सेना के) और ग्रामीणों से मिलेंगे, कैंप का दौरा करेंगे और विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे।। सात राज्यों से डीजीपी और एडीजीपी आएंगे और माओवाद को कैसे खत्म किया जाए इस पर चर्चा होगी। तय समयसीमा में बस्तर को ‘लाल आतंकवाद’ से मुक्त किया जाएगा।