रायपुर। राजधानी में राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का फर्जी अफसर बनकर ठगी और ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है। इस कारनामे को अंजाम देने वाले पटवारी के पति को ब्लैकमेल कर करीब साढ़े 71 लाख रुपए वसूल डाले। इसके बाद एक जमीन भी रजिस्ट्री करा ली। इसके बाद भी उसने जब करीब ढाई करोड़ रुपयों की मांग की तो पटवारी के पति ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस में शिकायत होते ही हड़कंप मच गया। ब्लैकमेल कर वाले के खिलाफ टिकरापारा थाने में एफआईआर कर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के अनुसार ब्लैकमेल करने वाला हसन आबिदी है, जो कांग्रेस नेता है, और खुद को एसीबी-ईओडब्ल्यू का अफसर बताता रहा। आरोपी हसन ने करीब साढ़े 71 लाख रुपए लेने के बाद मठपुरैना इलाके में करीब 35 सौ वर्ग फीट जमीन भी रजिस्ट्री करा ली। इतनी बड़ी रकम और जमीन रजिस्ट्री कराने के बाद भी वह नहीं माना और फिर से ढाई करोड़ रुपए की मांग की, तो परेशान शख्स पुलिस के पास पहुंचा।
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी हसन आबिदी, रायपुर के संजय नगर का रहने वाला है। वह पिछले पांच वर्षों से खुद को ACB और EOW जैसी जांच एजेंसियों का अधिकारी बताकर कई लोगों को डराने-धमकाने का काम कर रहा है।
इसी तरह आरोपी हसन ने महिला पटवारी के पति राजेश सोनी को डरा धमकाकर ब्लैकमेल किया। राजेश सोनी ने पुलिस को बताया कि हसन आबिदी ने बीते एक वर्ष में किश्तों में करीब साढ़े 71 लाख रुपए लिए हैं। आरोपी हसन ने झूठे फर्जी दस्तावेज तैयार कर झूठे केस में फंसाने की बात कही थी।

एफआईआर के अनुसार, राजेश सोनी का देवपुरी में मकान है। 14 फरवरी 2025 को राजेश को हसन आबिदी ने फोन किया कि किसी विवेक मिश्रा ने राजेश और उसकी पत्नी को फंसाने की शिकायत की है। इसका निराकरण वह करा देगा। जब हसन ने उसे फोन किया तो राजेश दुबई में था। 18 फरवरी को वापस आने पर हसन ने उसे दोबारा फोन किया और कहा कि यदि तुम और तुम्हारी पत्नी ने मेरे बताए अनुसार काम नहीं करोगे तो फर्जी मामले में फंसा दूंगा। इससे तुम्हारी पत्नी शासकीय नौकरी छोड़ने को मजबूर हो जाएगी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी हसन की धमकी सुनने से डर कर राजेश सोनी ने आरोपी हसन के बताए जगह पर अपने स्टाफ बजरंग आदित्य और प्रकाश प्रधान के जरिए 70 लाख रुपए भेजवाए। इसके बाद 10 जून को राजेश ने दोबारा 99 हजार रुपए और 15 जून को 60 हजार रुपए ऑनलाइन फोन पे के जरिए हसन आबिदी को भेजे। आरोपी हसन ने अपने परिचितो के नाम से सिमरन सिटी भाठागांव रायपुर में लगभग 3500 वर्गफुट भूमि का दान पत्र के माध्यम से रजिस्ट्री भी करा लिया है।
18 जून को आरोपी हसन ने फिर से फोन किया और ढाई करोड़ रुपए देने के लिए कहा। रकम नहीं देने पर पत्नी को घूस लेने के झूठे मामले में फंसाकर नौकरी से निकलवाने की धमकी दी, जिसके बाद परेशान होकर राजेश सोनी ने पुलिस में शिकायत की।
समीर अख्तर से लेकर सनी अग्रवाल तक का रहा है खास
आरोपी हसन के लिए चर्चा है कि वह कांग्रेस के पूर्व पार्षद और अब आप नेता समीर अख्तर का एक समय बेहद खास हुआ करता था। वह समीर अख्तर के साथ प्लॉटिंग का काम भी करता था। इसके बाद उसने महापौर एजाज ढेबर से भी संबंध बनाने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा दिन तक संबंध नहीं बन सका।
हसन पर आरोप है कि उसने फर्जी तरीके से चौरसिया कॉलोनी में सरकारी जमीन का घेर कर मकान बनवाया है। इस पर नगर निगम की तरफ से कार्रवाई का आदेश भी निकाल दिया गया, तो हसन एक पटवारी की सलाह पर हाईकोर्ट गया और नगर निगम की कार्रवाई के खिलाफ आदेश ले आया।
पूर्व महापौर एजाज ढेबर से संबंध खराब होने के बाद आरोपी हसन को कांग्रेस नेता सनी अग्रवाल के साथ कई बार देखा गया है। आरोपी हसन के बारे में पता चला है कि उसने राजनीति में संबंध का हवाला देकर कई लोगों को ब्लैकमेल किया है और मोटी रकम वसूली है। हालांकि पुलिस ने कुछ और पीड़ितों का पता लगाया है। जानकारी मिली है कि आरोपी के खिलाफ जल्द ही और भी एफआईआर दर्ज हो सकती है।