रायपुर। आज भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति और फिर विधायक दल की बैठक होगी। इन दोनों ही बैठकों में भाजपा की नई कार्यकारिणी पर भी मंथन होगा। किरण सिंहदेव 21 दिसंबर 2023 से प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हैं, लेकिन उनके अध्यक्ष बनने के बाद से करीब डेढ़ साल बीत गए, लेकिन अब तक भाजपा की कार्यकारिणी का गठन नहीं हो सका। कई बार कोशिशें हुईं, लेकिन केन्द्रीय नेतृत्व से सहमति नहीं बनी, जिसके बाद कार्यकारिणी नहीं बनाई जा सकी। किरण सिंहदेव अभी पुरानी कार्यकारिणी के साथ ही काम कर रहें हैं, जो डिप्टी सीएम अरुण साव के अध्यक्ष रहने के दौरान बनाई गई थी।
दिसंबर 2023 से भाजपा की सरकार बनने के बाद पुरानी कार्यकारिणी के कुछ चेहरे मंत्रीमंडल में शामिल हुए तो वहीं कुछ चेहरे करीब तीन महीने पहले जारी किए गए निगम-मंडल-आयोग की लिस्ट के बाद अब नई जिम्मेदारी संभाल रहें हैं। ऐसे में अब कार्यकारिणी गठन को लेकर तैयारी हो चुकी है।
बुधवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल होने अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन भी रायपुर पहुंचे हैं। ऐसे में इस बार भाजपा संगठन की तरफ से जो संकेत मिल रहें हैं, उसमें यह बात सामने आई कि संगठन का विस्तार करने की अनुमति लेकर प्रभारी पहुंचे हैं।
संगठन को लेकर जो सबसे अहम दावा किया गया है, वह यह है कि संगठन में काम करने वालों को अन्य जिम्मेदारियों से बिल्कुल अलग रखा जाएगा। कार्यकारिणी में किनको-किनको शामिल किया जाएगा और किन प्रकोष्ठ में किसको जिम्मेदारी दी जाएगी, इस पर अंतिम फैसला प्रदेश अध्यक्ष की राय पर संगठन लेगा।
संकल्प से सिद्घि कार्यक्रम की समीक्षा
केंद्र में मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने के मौके पर छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी विविध कार्यक्रम आयोजित कर रही है। इस अभियान ‘संकल्प से सिद्धि’ नाम दिया गया है, जो 9 जून से शुरू हुआ है और 21 जून तक चलेगा। पहले कार्यसमिति और फिर विधायक दल की बैठक में इस पर भी समीक्षा होगी। इस कार्यक्रम में योग शिविर, चौपाल कार्यक्रम, आयुष्मान योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण और कार्ड वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा विकसित भारत का संकल्प और मोदी सरकार की उपलब्धियों को प्रदेश की जनता तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम किया जा रहा है।
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कांग्रेस में भी पुरानी कार्यकारिणी से ही चल रहा काम
दूसरी तरफ विपक्ष में बैठी कांग्रेस में भी जुलाई 2023 में दीपक बैज प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे। उसके बाद से अब तक कांग्रेस की भी कार्यकारिणी नहीं बन सकी। दीपक बैज भी पुरानी कार्यकारिणी पर ही काम कर रहे हैं। इस बीच तीन चुनाव हुए, जिसमें विधानसभा, लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी का हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद भी अब तक कार्यकारिणी को लेकर कोई बड़ा फैसला नहीं हो सका। कांग्रेस में दीपक बैज ने सिर्फ प्रभारी महामंत्री के तौर पर मलकीत सिंह गैंदू को पदस्थ करने के साथ कुछ जिलों में अध्यक्ष बदले हैं, लेकिन अब तक बड़े स्तर पर कांग्रेस में कार्यकारिणी को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका।