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देश

प्रदर्शनकारियों के भय से मणिपुर के राज्यपाल ने एयरपोर्ट से राजभवन की 7 किमी की दूरी सेना के हेलीकॉप्टर से तय की

आवेश तिवारी
आवेश तिवारी
Published: May 27, 2025 12:56 AM
Last updated: May 27, 2025 1:47 PM
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Manipur
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नेशनल ब्यूरो। दिल्ली

खबर में खास
भारी सुरक्षा बल के बीच प्रदर्शनविष्णुपुर में भी मानव श्रृंखला

मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला आज दोपहर दिल्ली से इंफाल पहुंचे, लेकिन प्रदर्शनकारियों के भय से उन्हें एयरपोर्ट से कांगला फोर्ट ताक की 7 किलोमीटर की यात्रा सेना के हेलीकॉप्टर से करनी पड़ी। आमतौर पर गवर्नर यह रास्ता सड़क मार्ग से ही तय करते हैं। कांगला फोर्ट से राजभवन 300 मीटर दूर है। आधिकारिक सूत्रों ने द लेंस को बताया कि राज्यपाल ने इंफाल में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के कारण हवाई मार्ग का विकल्प चुना।

COCOMI महिला विंग की संयोजक आरके थरकसाना ने कहा, ‘राज्यपाल का सड़क मार्ग से यात्रा न कर पाना और लोगों से न मिल पाना स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि उन्होंने गलती की है। हम अभी अपना विरोध प्रदर्शन बंद नहीं करेंगे। उन्होंने आज अपने लोगों से न मिलकर आग में घी डालने का काम किया है। हमारा कभी कोई हिंसक इरादा नहीं था – हम केवल लोकतांत्रिक तरीकों से अपनी आवाज उठाना चाहते थे।’

इसे भी पढ़ें : मणिपुर में तनाव बढ़ा, इंफाल में राष्ट्रपति शासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन,  7 लोग घायल

भारी सुरक्षा बल के बीच प्रदर्शन

इससे पहले दिन में, इम्फाल हवाई अड्डे से राजभवन तक टिडिम रोड के पूरे 6 किलोमीटर के हिस्से पर असम राइफल्स और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों सहित भारी सुरक्षा तैनात की गई थी। छात्रों और महिला समूहों सहित प्रदर्शनकारियों ने मार्ग पर तख्तियां लेकर लाइन लगाईं, जिन पर लिखा था, ‘मणिपुर की पहचान पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता, राज्यपाल को मणिपुर के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।’

इम्फाल पश्चिम जिले के क्वाकेथेल इलाके में तनाव विशेष रूप से बढ़ गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने राजभवन की ओर मार्च करने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने भीड़ नियंत्रण उपायों का उपयोग करके उन्हें रोक दिया।

विष्णुपुर में भी मानव श्रृंखला

बिष्णुपुर जिले में भी इसी तरह के मानव श्रृंखला विरोध प्रदर्शन की सूचना मिली, विशेष रूप से निंगथौखोंग और मोइरांग में। सोमवार का विरोध प्रदर्शन COCOMI द्वारा 20 मई को एक घटना के बाद शुरू किए गए राज्यव्यापी आंदोलन का हिस्सा था, जब उखरुल जिले में शिरुई लिली महोत्सव में पत्रकारों को ले जा रही एक सरकारी बस से राज्य का नाम हटा दिया गया था। प्रदर्शनकारी राज्यपाल से माफ़ी की मांग कर रहे हैं, क्योंकि वे इसे मणिपुर की पहचान का अपमान मानते हैं।

वरिष्ठ अधिकारियों के इस्तीफे की मांग

COCOMI ने राज्य के सुरक्षा सलाहकार, पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव के इस्तीफे या तबादले की भी मांग की है। इस बीच, संयोजक खुरैजम अथौबा के नेतृत्व में COCOMI का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को निर्धारित गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक “विशेष बैठक” में भाग लेने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हुआ।

सांस्कृतिक महचान मिटाने का आरोप

पत्रकारों की बस से मणिपुर का नाम मिटाने का जिक्र करते हुए खुरैजम ने कहा, ‘यह एक ऐसा क्षण था जब मणिपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को अपमानित किया गया। हम निश्चित रूप से मणिपुर संकट से संबंधित व्यापक एजेंडे के साथ इस मुद्दे को उठाएंगे।” इम्फाल में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, इसलिए सुरक्षा कड़ी बनी हुई है।’

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