द लेंस डेस्क। (aligarh mob lynching) उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गोरक्षा के नाम पर और गोमांस के शक में जिन चार मुस्लिम मीट व्यापारियों की बेरहमी से पिटाई गई दरअसल वह गाय का ही मांस ले जा रहे थे यह साफ नहीं हो पाया है। फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने एक्स पोस्ट में बताया कि अल-अम्मार फ्रोजन फूड्स एक्सपोर्ट्स FSSAI से पंजीकृत है और भैंस के मांस का निर्यात करती है। उन्होंने कंपनी के गेट पास की तस्वीर साझा की, जिसमें “buffalo bone in meat” (भैंस की हड्डी सहित मांस) का उल्लेख है। गेट पास का विवरण और वाहन नंबर पुलिस की FIR से मेल खाते हैं।

इस हमले में दो पीड़ितों की हालत नाजुक बताई जा रही है। मामला तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने 25 हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। हमले के वीडियो के स्क्रीनशॉट सार्वजनिक कर स्थानीय लोगों से हमलावरों की पहचान में मदद मांगी जा रही है। विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य में भीड़तंत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है।
अलीगढ़ के अतरौली कस्बे में बीते शनिवार को एक हिंसक घटना सामने आई, जिसमें कटटरपंथी भीड़ ने गोमांस के शक में चार मुस्लिम मीट व्यापारियों की बेरहमी से पिटाई की। पीड़ितों की पहचान अरबाज, अकील, कदीम और मुन्ना खान के रूप में हुई है, जो सभी अतरौली के निवासी हैं। इस हमले में तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना हरदुआगंज थाना क्षेत्र के अलहदादपुर गांव के पास हुई, जब चारों व्यापारी अल-अम्मार मीट फैक्ट्री से भैंस का मांस लेकर मैक्स लोडर वाहन में पक्कीगढ़ी जा रहे थे। रास्ते में हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने उनकी गाड़ी रोक ली और गोमांस होने का शक जताते हुए हमला कर दिया।

हमलावरों ने व्यापारियों के कपड़े फाड़े, उन्हें तेज हथियारों, डंडों, ईंटों और रॉड से पीटा, और उनके वाहन में आग लगा दी। पुलिस की पीआरवी टीम ने मौके पर पहुंचकर व्यापारियों को बचाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने पुलिस के सामने भी मारपीट जारी रखी। आखिरकार, पुलिस ने चारों को बमुश्किल बचाकर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अमृत जैन ने मीडिया को बताया कि जब्त किए गए मांस के नमूने को राज्य प्रयोगशाला मथुरा भेजा गया है।
घटना के बाद बढ़ते दबाव और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। एसएसपी अलीगढ़ के निर्देश पर हरदुआगंज थाना पुलिस ने तीन आरोपियों विजय कुमार गुप्ता, विजय बजरंगी और लवकुश को गिरफ्तार किया गया। अन्य आरोपियों की पहचान के लिए उनके पोस्टर भी जारी किए गए हैं।
aligarh mob lynching : ऐसी घटनाएं देश के लिए शर्मनाक
जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने इस घटना को देश के लिए शर्मनाक और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने वाला बताया। अपने बयान में उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। सख्त कानूनों और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद गोरक्षक समूह निडर होकर लोगों की जान ले रहे हैं।
मदनी ने मांग की कि सरकारें स्पष्ट रूप से घोषित करें कि ऐसी हरकतें किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं होंगी। कोई भी समूह कानून से बाहर जाकर तथाकथित न्याय करने का हकदार नहीं है। उन्होंने सरकार से मामले की निष्पक्ष जांच, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई, घायलों के लिए उचित इलाज, सुरक्षा और मुआवजे की व्यवस्था करने की मांग की।