[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
मध्य प्रदेश में डिप्टी एसपी के साले को पीट पीटकर मार डाला
मस्जिद में घुसकर मौलाना की पत्नी और दो मासूम बेटियों की दिनदहाड़े हत्या, तालिबानी विदेश मंत्री से मिलने गए थे मौलाना
राघोपुर से तेजस्वी के खिलाफ लड़ सकते हैं पीके, खुला चैलेंज
तालिबान की प्रेस कॉन्‍फेंस से भारत सरकार ने झाड़ा पल्‍ला, महिला पत्रकारों की एंट्री बैन पर मचा हंगामा
68 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी मामले में अनिल अंबानी के सहयोगी पर शिकंजा
टीवी डिबेट के दौरान वाल्मीकि पर टिप्पणी को लेकर पत्रकार अंजना ओम कश्यप और अरुण पुरी पर मुकदमा
बिहार चुनाव में नामांकन शुरू लेकिन महागठबंधन और NDA में सीट बंटवारे पर घमासान जारी
क्या है ननकी राम कंवर का नया सनसनी खेज आरोप?
EOW अफसरों पर धारा-164 के नाम पर कूटरचना का आरोप, कोर्ट ने एजेंसी चीफ सहित 3 को जारी किया नोटिस
रायपुर रेलवे स्टेशन पर लाइसेंसी कुलियों का धरना खत्म, DRM ने मानी मांगे, बैटरी कार में नहीं ढोया जाएगा लगेज
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़

मुठभेड़ में ढेर सबसे बड़े नेता बसवराजु का शव गांव वाले लेकर जाएंगे, शव हेलीकॉप्टर से नारायणपुर लाया गया

Lens News
Last updated: May 23, 2025 12:27 am
Lens News
ByLens News
Follow:
Share
naxal encounter:
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

नारायणपुर/ रायपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ जंगल में बुधवार  को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई एक भीषण मुठभेड़ में 27 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। इस ऑपरेशन में मारे गए नक्सलियों में कुख्यात नक्सली नेता बसव राजू भी शामिल है, जिसे नक्सल संगठन का एक बड़ा चेहरा माना जाता था। मुठभेड़ के बाद गुरुवार को मारे गए नक्सलियों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए हेलीकॉप्टर के जरिए नारायणपुर लाया गया। इस ऑपरेशन को नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। बसवराजु का शव उनके गांव वाले लेकर जाएंगे। फाेर्स से इस संबंध में गांव के लोगों ने संपर्क किया है।

खबर में खास
सुरक्षाबलों ने चलाया संयुक्त ऑपरेशनशवों को हेलीकॉप्टर से लाया गयाक्या बोले डीजीपी?मुख्यमंत्री ने दी प्रतिक्रियाभारी मात्रा में हथियार बरामदलाल आतंक के खिलाफ अभियान तेज

सुरक्षाबलों ने चलाया संयुक्त ऑपरेशन

बस्तर क्षेत्र के अबूझमाड़ जंगल में डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा बटालियन और अन्य सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने यह ऑपरेशन चलाया। पुलिस को सूचना मिली थी कि नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर अबूझमाड़ के घने जंगलों में बड़ी संख्या में नक्सली छिपे हुए हैं। इसके आधार पर सुरक्षा बलों ने एक व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। सुबह करीब 9 बजे शुरू हुई यह मुठभेड़ दिनभर रुक-रुक कर चली और शाम तक गोलीबारी जारी रही। इस दौरान सुरक्षा बलों ने 27 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें बसव राजू जैसे वरिष्ठ नक्सली कमांडर भी शामिल थे।

शवों को हेलीकॉप्टर से लाया गया

naxal encounter: मुठभेड़ के बाद मारे गए नक्सलियों के शवों को जंगल से निकालने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया। गुरुवार को ये शव नारायणपुर लाए गए, जहां बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पी. सुंदरराज और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शवों का निरीक्षण किया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए स्थानीय अस्पताल भेजा गया है, और उनकी पहचान की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस ऑपरेशन में एक जवान के शहीद होने की भी खबर है, जिसे लेकर सुरक्षा बलों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।

क्या बोले डीजीपी?

माओवादियों के शव नारायणपुर लाने के दौरान डीजीपी अरुण देव गौतम नारायणपुर में ही मौजूद थे। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस और डीआरजी पिछले 3-4 दिनों से अभियान चला रहे थे। अभियान में शीर्ष नक्सली नेता बसवराजू समेत 27 नक्सली मारे गए हैं। अभियान ने नक्सली संगठन को बड़ी चोट पहुंचाई है। बसवराजू नक्सलियों के सैन्यीकरण में प्रमुख भूमिका निभा रहा था। नक्सलवाद के कारण कई निर्दोष लोगों की जान गई है। आज का दिन बहुत ऐतिहासिक है, जब शीर्ष नक्सली नेता मारा गया और उम्मीद है कि नक्सलवाद जल्द ही खत्म हो जाएगा। नारायणपुर डीआरजी ने अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दो जवानों ने ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी। पिछले कुछ वर्षों में हम सुरक्षा की कमी को पूरा करने में सफल रहे हैं और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा तय की गई समयसीमा 31 मार्च 2026 है। हम तय समयसीमा से पहले ही इसे पूरा कर लेंगे।

मुख्यमंत्री ने दी प्रतिक्रिया

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस ऑपरेशन की सफलता पर सुरक्षा बलों की सराहना की। उन्होंने कहा, “जब से हमारी सरकार सत्ता में आई है, हम नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं। 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने के लक्ष्य के साथ हमारे जवान आगे बढ़ रहे हैं। नारायणपुर में 27 नक्सलियों को मार गिराना इस दिशा में एक बड़ा कदम है।” उन्होंने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी और घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

भारी मात्रा में हथियार बरामद

मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं, जिनमें एके-47, एसएलआर, इंसास राइफल और अन्य स्वचालित हथियार शामिल हैं। यह बरामदगी नक्सलियों की ताकत को कमजोर करने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ स्थल की तलाशी अभी भी जारी है, और अन्य नक्सलियों के शव या सामग्री मिलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

लाल आतंक के खिलाफ अभियान तेज

छत्तीसगढ़ में हाल के महीनों में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों ने अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है। बीजापुर, सुकमा, और दंतेवाड़ा जैसे जिलों में भी हाल में कई बड़े ऑपरेशन किए गए हैं, जिनमें दर्जनों नक्सली मारे गए हैं। नारायणपुर का यह ऑपरेशन भी उसी रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत सुरक्षा बल नक्सलियों के गढ़ में घुसकर उन्हें निशाना बना रहे हैं।

TAGGED:BasavarajuBIg naxal OperationChhattisgarhLatest_NewsNaxal Encounter
Previous Article D Raj on anti-Naxal operation वाम दलों ने अबूझमाड़ एनकाउंटर की निंदा की, कहा-सरकार माओवादियों से बात करे
Next Article Donald Trump on ceasefire मोदी को महान बताते हुए ट्रंप ने सातवीं बार लिया सीजफायर का श्रेय, जानिए क्‍या कहा
Lens poster

Popular Posts

क्या बृजमोहन – अमर को किसी कनिष्ठ नेता के नेतृत्व में काम करना होगा? भाजपा की जीएसटी टीम से पार्टी में असहजता का माहौल

रायपुर। छत्तीसगढ़ में क्या भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल और अमर अग्रवाल जैसे दिग्गजों को राजनीति…

By Lens News

लोकतंत्र के ये कैसे सेनानी

छत्तीसगढ़ विधानसभा में पारित 1975 के आपातकाल के दौरान जेल में रहे राजनीतिक कार्यकर्ताओं को…

By The Lens Desk

चीन के साथ जारी जंग के बीच नेहरू ने बुलाया था संसद का विशेष सत्र

सितंबर 1962 में गर्मी का ताप उतार पर था जब नेफ़ा यानी नार्थ ईस्ट फ़्रंटियर एजेंसी (अरुणाचल प्रदेश)  में चीनी घुसपैठ की ख़बरें आने लगी थीं। अक्टूबर आते-आते ‘हिंदी-चीनी भाई-भाई’ के नारे से बने विश्वास  की पीठ पर छुरा घोंपते हुए चीन ने भारत पर आक्रमण कर…

By Editorial Board

You Might Also Like

Malegaon Blast Case
देश

Malegaon Blast Case : आरोपियों की रिहाई पर क्या कह रहे राजनीतिक दिग्गज

By आवेश तिवारी
छत्तीसगढ़

चुनावी बिहार का स्‍थापना दिवस छत्‍तीसगढ़ में

By दानिश अनवर
Hatkeshwar Bridge Ahmedabad
अन्‍य राज्‍य

ब्रिज का गुजरात मॉडल : अहमदाबाद का ये पुल 5 साल में ही जर्जर, लागत 42 करोड़, गिराने पर खर्च 3.9 करोड़

By अरुण पांडेय
BJP MP-MLA Training
छत्तीसगढ़

मैनपाट में आज से तीन दिनों तक भाजपा के सांसदों और विधायकों की ट्रेनिंग

By Lens News

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?