दुर्ग। दुर्ग जिले के भिलाई से पुलिस ने एक बांगलादेशी महिला को गिरफ्तार किया है। यह महिला दो सालों से नाम बदलकर भिलाई में रह रही थी। महिला ने फर्जी तरीके से सभी जरूरी दस्तावेज बनवा लिए थे। जांच करने के बाद महिला की असलियत सामने आ गई। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने यह कार्रवाई की है।
दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महिला ने भारत में रहते हुए फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए थे। गिरफ्तार की गई महिला की असली पहचान पन्ना बीवी के रूप में हुई है, जो बांग्लादेश की मूल निवासी है। उसने भारत में रहने के लिए अपना नाम बदलकर अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष कर लिया था।
महिला ने अन्य दस्तावेजों में भी फर्जी जानकारी देकर भारतीय नागरिक होने का प्रमाण प्रस्तुत किया। जब उसने भिलाई के अस्पतालों में अपना इलाज करने पहुंची, तब शक हुआ पुलिस को मिली सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया। बांग्लादेशी महिला के मकान मालिक को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि पन्ना बीबी लगभग आठ साल पहले बिना वैध पासपोर्ट और वीजा के बांग्लादेश से बोन्गांव पेट्रोपोल जिला उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल स्थित भारत बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में आई थी। कोलकाता आकर अपना नाम काकोली घोष बता कर सोनागाछी में लगभग पांच वर्ष तक अवैध रूप से रही।
इसके बाद वह दिल्ली पहुंच गई। दिल्ली में एक वर्ष रही। दिल्ली में रहने के दौरान भिलाई की रहने वाली पूजा नामक लड़की से परिचय होने के बाद उसके साथ भिलाई आ गई। बीते लगभग दो सालों से सुपेला नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में रह रही थी।