रायपुर। रायपुर में राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा समुदाय (Baiga Community) के एक परिवार को अपने घर के सदस्य का शव लेने के लिए रिश्वत देनी पड़ी। लेकिन, 48 घंटे बीत जाने के बाद भी परिवार को शव नहीं मिल पाया है। इस बैगा परिवार का एक सदस्य गाज गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गया था। इलाज के लिए उसे रायपुर के DKS अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जब परिजनों ने शव मांगा तो उनसे पैसे की डिमांड की गई।
मृतक अमर सिंह के भाई ने द लेंस से बातचीत में बताया कि हम गुरुवार को DKS अस्पताल इलाज के लिए आए थे। मेरे भाई को गाज मार दिया था। कवर्धा से उसको रायपुर भेज दिया गया। यहां शनिवार को उसकी मृत्यु हो गई। लेकिन, हमको अभी लाश नहीं दी गई है। लाश के बदले 2000 रुपए मांगा गया। 1900 रुपए हम जमा कर चुके हैं। लेकिन अभी लाश नहीं मिली है।
बैगा समुदाय के लोगों के साथ ऐसा तब हो रहा है जब वो राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र हैं। और तमाम योजनाएं इनके लिए चलाई जा रहीं हैं। लेकिन, सरकार की योजनाएं किस प्रकार दम तोड़ रहीं हैं इस घटना से समझा जा सकता है। जब 200 किलोमीटर दूर से बैगा परिवार रायपुर में इलाज के लिए पहुंचा तो उनसे शव के बदले में पैसों की मांग की गई है। मृतक के परिजनों ने यह भी बताया कि अस्पताल द्वारा कहा जा रहा है कि जबतक पैसा जमा नहीं करेंगे तब तक लाश नहीं मिलेगी।
वहीं द लेंस से बातचीत में DKS अस्पताल के अधीक्षक हेमंत शर्मा ने कहा कि मैने जानकारी दे दी है। उनके पास आयुष्मान कार्ड होगा तो एक रुपए भी नहीं लगेगा। रिश्वत लेने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।