लेंस नेशनल ब्यूरो। दिल्ली
केंद्र सरकार द्वारा जनगणना में जातीय जनगणना (jati janganna) को शामिल करने के ऐलान के बाद कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की है, जिसे बड़ी प्रेस कॉन्फ़्रेंस का नाम दिया गया। प्रेस वार्ता में राहुल ने कहा कि सत्ता में रहने के 11 साल बाद केंद्र सरकार द्वारा अचानक जातिगत जनगणना का निर्णय लिया गया है। हमने कहा था कि हम जातीय जनगणना कराकर रहेंगे और 50 फीसदी आरक्षण की बेवजह की सीमा को खत्म कर देंगे।
राहुल गांधी ने तेलंगाना की जातीय जनगणना की तारीफ करते हुए कहा कि जातीय जनगणना की डिज़ाइन करने में हम पूरा सहयोग करेंगे। हम केवल आरक्षण ही नहीं देश के सभी वंचित समुदायों को देश में पूरी भागीदारी चाहते हैं। हम चाहते हैं हमारे संस्थानों और पावर स्ट्रैक्चर में उनकी भागीदारी होगी।
राहुल ने कहा कि हमने ज़मीन पर कैम्पेन चलाया है, मुझे नहीं लगता इस निर्णय के पीछे बिहार चुनाव है। राहुल बोले जातीय जनगणना दरवाज़ा खुलने का तरीक़ा है इसके बाद हम सही तरीक़े से विकास का मॉडल तैयार कर सकेंगे। हमें सरकार बताए कि वह कब से जातिगत जनगणना शुरू करेंगे साथी ही विकास को लेकर विजन बताया जाये।
हमने तेलंगाना में एक्सपर्ट ग्रुप बनाकर विजन पर आधारित जातिगत जनगणना कराई है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इसका हाल भी महिला आरक्षण बिल की तरह हो।