द लेंस डेस्क। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam terror attack) और भारत के प्रतिबंधों के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को कहा कि वह इस मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी जांच के लिए तैयार हैं। द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, शहबाज शरीफ ने यह बयान पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी काकुल में एक कार्यक्रम में दिया है।
उन्होंने दोहराया कि पाकिस्तान को जानबूझकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और वह अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगा। अतीत में भी पाकिस्तान पर इसी तरह के आरोप लगाए जाते रहे हैं, जिन्हें अब खत्म किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार राष्ट्र होने के नाते पाकिस्तान निष्पक्ष जांच प्रक्रिया में सहयोग करेगा। सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले पर शहबाज ने कहा कि पानी पाकिस्तान के लिए जीवनरेखा है और इसकी सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित की जाएगी।
Pahalgam terror attack: गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इसे साल 2000 के बाद कश्मीर में सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है। घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया।
भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए कई सख्त कदम उठाए हैं। भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, अटारी-वाघा सीमा चौकी बंद की, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए और उन्हें 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया। पाकिस्तान सरकार का एक्स अकाउंट भारत में ब्लॉक कर दिया गया।
जवाब में पाकिस्तान ने भी पलटवार करते हुए भारत के सभी वीजा निलंबित कर दिए हैं। सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर सभी भारतीय नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया। भारतीय उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद किया और भारत के साथ सभी व्यापार, जिसमें तीसरे देशों के रास्ते होने वाला व्यापार भी शामिल है उसे रोक दिया है। इसके अलावा पाकिस्तान ने शिमला समझौते को निलंबित करने और सिंधु जल संधि पर कड़ा रुख अपनाने की बात कही है।
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