नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 27% टैरिफ को लेकर विपक्ष ने सरकार से सवाल पूछने शुरू कर दिए हैं। 3 अप्रैल को लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह टैरिफ भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदायक होगा, खासकर ऑटो, फार्मा और कृषि क्षेत्रों पर इसका बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने सरकार से पूछा कि वह इस चुनौती से कैसे निपटेगी।
राहुल गांधी ने विदेश नीति को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अमेरिका, जो भारत का सहयोगी है, उसने अचानक टैरिफ लगा दिया और सरकार इससे कैसे निपटेगी, यह स्पष्ट नहीं है। उन्होंने इंदिरा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि विदेश नीति में मजबूती जरूरी है, लेकिन बीजेपी और आरएसएस की नीति विदेशी ताकतों के आगे झुकने की है।
चीन के साथ संबंधों को लेकर भी राहुल गांधी ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि चीन ने भारत की 4,000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर रखा है, लेकिन हमारे अधिकारी चीनी राजदूत के साथ केक काट रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर चीन के कब्जे वाली जमीन को वापस लेने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है?
उन्होंने 2020 में गलवां में शहीद हुए 20 जवानों की शहादत का जिक्र करते हुए कहा कि चीन के साथ सामान्य संबंध तभी संभव हैं जब यथास्थिति बहाल हो और भारत को अपनी जमीन वापस मिले। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने चीन को पत्र लिखा है, लेकिन इसकी जानकारी भारतीय जनता को नहीं बल्कि चीनी राजदूत से मिल रही है।
राहुल गांधी ने सरकार से जवाब मांगा कि भारत पर लगे अमेरिकी टैरिफ और चीन द्वारा कब्जाई गई जमीन को लेकर वह क्या कर रही है।