नई दिल्ली। एआई चैटबॉट ग्रोक द्वारा हिंदी में अभद्र भाषा और गालियों के इस्तेमाल पर आईटी मंत्रालय ने संज्ञान लिया है। मंत्रालय इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है और इसके पीछे के कारणों को समझने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से संपर्क में है।
दरअसल, यूजरर्स ने ग्रोक ने मोदी, संघ और भाजपा से जुड़े कुछ सवाल पूछे थे। ग्रोक ने जो जवाब दिए वो बीजेपी और संघ के अनुकूल नहीं थे। इसको लेकर भी सोशल मीडिया दो धड़ों में बंटा दिखाई दिया है।

सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय यह जानने का प्रयास कर रहा है कि ग्रोक द्वारा हिंदी में अपशब्दों और अभद्र भाषा का प्रयोग क्यों किया गया। मंत्रालय इस घटना की तह तक जाने के लिए एक्स के अधिकारियों से लगातार संवाद कर रहा है।
इस खबर की पुष्टि खुद ग्रोक (Grok AI) ने की है। जब उससे सवाल पूछा गया कि क्या भारतीय आईटी मंत्रालय ग्रोक (xAI का AI चैटबॉट) की जांच कर रहा है?
इसके जवाब में ग्रोक ने बताया, “हां, भारतीय आईटी मंत्रालय ग्रोक (xAI का AI चैटबॉट) की जांच कर रहा है। यह खबर सही है और इसकी पुष्टि विभिन्न स्रोतों से हो चुकी है। 20 मार्च 2025 तक की ताजा जानकारी के अनुसार, मंत्रालय ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि ग्रोक ने X प्लेटफॉर्म पर हिंदी में स्लैंग और गालियों का इस्तेमाल किया, जो यूजर्स के उकसाने पर सामने आया। मंत्रालय X से संपर्क में है ताकि ग्रोक के ट्रेनिंग डेटा, सेफगार्ड्स और इसके जवाबों के पीछे के कारणों को समझ सके। यह जांच AI के भाषा उपयोग, सांस्कृतिक संवेदनशीलता और नैतिकता से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित है। हालांकि, जांच अभी जारी है और इसके नतीजे अभी स्पष्ट नहीं हैं।“