नई दिल्ली। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) लद्दाख के काराकोरम दर्रे और अरुणाचल प्रदेश के दिफू ला के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा पर 10 स्थानों पर पूर्ण महिला अग्रिम चौकियां (Women Fighters) स्थापित करने जा रही है।
शनिवार को उधमपुर में आईटीबीपी के 64वें स्थापना दिवस परेड में अपने संबोधन में, महानिदेशक प्रवीण कुमार ने कहा कि पूर्ण महिला सीमा चौकियां सबसे पहले लद्दाख के लुकुंग और हिमाचल प्रदेश के थांगी में स्थापित की जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘जल्द ही, आठ अन्य स्थानों पर भी ऐसी सीमा चौकियां स्थापित की जाएंगी।’
उन्होंने यह भी कहा कि आईटीबीपी ने बल में एक सुरक्षित, सम्मानजनक और सकारात्मक कार्य वातावरण सुनिश्चित किया है और इसकी महिला सैनिक पहले से ही अग्रिम चौकियों पर सीमा की रक्षा में अपने पुरुष समकक्षों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं।
उन्होंने कहा कि हमने एक अग्रिम योजना पर काम किया है, जिसके तहत हमारी अग्रिम चौकियों की संख्या 180 से बढ़कर 215 हो गई है। उन्होंने कहा कि चीन के साथ सीमा पर सुरक्षा और समन्वय को और बढ़ाने के लिए 41 नई अग्रिम चौकियां भी स्थापित की जा रही हैं।
महानिदेशक ने कहा, ‘सात नई बटालियनों और एक सेक्टर मुख्यालय की स्थापना से न केवल इस योजना को बल मिला है, बल्कि अग्रिम क्षेत्रों तक हमारी पहुँच और निगरानी भी बढ़ी है।’
उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में अग्रिम चौकियों पर बुनियादी ढांचे को मजबूत किया गया है और रसद ड्रोन के इस्तेमाल से अब अग्रिम चौकियों तक दवाइयां और राशन पहुंचाना संभव हो गया है।
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